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आजादी के 22 साल बाद नोट पर कैसे आई थी बापू की तस्वीर? उससे पहले क्या छपता था

1969 में महात्मा गांधी के 100वें जन्मदिन पर पहली बार नोट पर उनकी तस्वीर छापी गई थी. इसमें महात्मा गांधी को बैठे हुए दिखाया गया था. 1987 में पहली बार 500 रुपये का नोट जारी किया गया था और इस पर महात्मा गांधी की तस्वीर छापी.

नई दिल्ली,

2 अक्टूबर 1969. महात्मा गांधी का 100वां जन्मदिन. ये वो तारीख है जब पहली बार महात्मा गांधी की तस्वीर वाला नोट जारी किया गया. इसमें महात्मा गांधी को बैठा दिखाया गया था. पीछे सेवाग्राम आश्रम छपा था. आज 2 अक्टूबर 2023 है. महात्मा गांधी का 154वां जन्मदिन. ऐसे में जानते हैं कि हमारे पास जो नोट हैं, उसमें महात्मा गांधी की तस्वीर कैसे आई? आजादी के बाद भी लगभग चालीस साल तक सभी नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं हुआ करती थी. 1996 में नोटों की नई सीरीज आई और इसके बाद ही करंसी पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपने लगी.

आजादी के बाद अपनी करंसी

भारत को आजादी तो 15 अगस्त 1947 को मिल गई थी, लेकिन गणतंत्र 26 जनवरी 1950 को बना. तब तक रिजर्व बैंक प्रचलित करंसी नोट ही जारी कर रहा था. रिजर्व बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, सरकार ने पहली बार 1949 में 1 रुपये के नोट का नया डिजाइन तैयार किया था. उस समय नोटों पर ब्रिटेन के महाराजा की तस्वीर छपती थी.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय सहमति बनी कि ब्रिटेन के महाराज की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर छापी जानी चाहिए, लेकिन बाद में तय हुआ कि नोटों पर अशोक स्तंभ की तस्वीर छापी जाएगी.

1950 में पहली बार 2, 5, 10 और 100 रुपये के नोट छापे गए. इन सभी नोटों पर अशोक स्तंभ की तस्वीर छापी गई. 1953 में नोटों पर हिंदी को प्रमुखता से छापा गया. फिर 1954 में एक हजार, दो हजार और 10 हजार रुपये के नोट फिर से जारी किए गए, लेकिन 1978 में इनकी नोटबंदी कर दी गई, यानी इन्हें चलन से बाहर कर दिया गया.

कैसे आई गांधी की तस्वीर?

1972 में रिजर्व बैंक ने 20 रुपये और 1975 में 50 रुपये का नोट जारी किया. 80 के दशक में फिर नई सीरीज के नोट जारी किए गए. 1 रुपये के नोट पर तेल का कुंआ, 2 रुपये के नोट पर आर्यभट्ट के उपग्रह की तस्वीर, 5 रुपये के नोट पर ट्रैक्टर से खेत जोतता किसान और 10 रुपये के नोट पर कोणार्क मंदिर का चक्र, मोर और शालीमार गार्डन छापे गए.

ये वो दौर था जब अर्थव्यवस्था बढ़ रही थी और लोगों की खरीदारी करने की ताकत भी बढ़ रही थी. लिहाजा रिजर्व बैंक ने 500 रुपये का नोट जारी किया. इस पर महात्मा गांधी की तस्वीर छापी गई. वाटरमार्क में अशोक स्तंभ को रखा गया.

1996 में आए नई सीरीज के नोट

1996 में रिजर्व बैंक ने कई सारे सुरक्षा फीचर्स के साथ ‘महात्मा गांधी सीरीज’ के नए करंसी नोट जारी किए. वाटरमार्क भी बदले गए. इसमें ऐसा फीचर भी जोड़ा गया, जिससे नेत्रहीन भी नोट को आसानी से पहचान सकें.

9 अक्टूबर 2000 को आरबीआई ने एक हजार रुपये का नोट जारी किया. 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी हो गई. महात्मा गांधी सीरीज के 500 और 1000 रुपये के नोट चलन से बाहर कर दिए गए. इसके बाद 2 हजार रुपये का नोट जारी किया गया. इसमें भी गांधीजी की तस्वीर छापी गई.

नोट पर जो तस्वीर छपी, वो कब की है?

अक्सर मन में सवाल आता है कि नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर जो छपी है, वो कब की है? ये तस्वीर 1946 में खींची गई थी. ये तस्वीर उस समय ली गई थी, जब महात्मा गांधी लॉर्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस के साथ विक्ट्री हाउस में आए थे. गांधीजी की जो तस्वीर लगाई गई है, उसमें वो पेथिक लॉरेंस के साथ खड़े हुए हैं. इस तस्वीर में गांधीजी की मुस्कुराहट सबसे अलग दिख रही थी, इसलिए इसे नोट पर छापने के लिए चुना गया.

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