रामानुजगंज छठ घाट पर महिला की बिगड़ी तबीयत, उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद हुई बेहोश
बलरामपुर
छठ महापर्व के आखिर दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान उस समय अफरा तफरी मच गई जब एक व्रती महिला की अचानक तबीयत खराब हो गई. देखते ही देखते कुछ ही देर में महिला बेहोश होकर गिर गई. घटना राम मंदिर छठ घाट की है. उगते सूर्य को अर्घ्य देने हजारों लोग घाट पर तड़के सुबह से पहुंचे थे. उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने पूजा अर्चना की. पूजा के बाद सभी वापस लौटने लगे. इसी दौरान महिला अचानक गिर गई. महिला के साथ आए परिजन घबरा गए. वहां मौजूद स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों की मदद से तुरंत महिला को रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.
36 घंटों का निर्जला व्रत होता है कठिन
छठ पर्व 4 दिनों का होता है. इसकी शुरुआत नहाय खाय के साथ शुरू होती है. इस दिन लौकी भात खाकर व्रती अपनी व्रत शुरू करते हैं. इसके दूसरे दिन खरना होता है. इस दिन व्रती नए चावल, नया गुड़ और गाय के दूध से खीर बनाते हैं, इसके साथ ही नए गेहूं के आटे की रोटी बनाई जाती है. इस दिन दिनभर व्रत कर शाम को खरना का प्रसाद ग्रहण किया जाता है. इसके बाद से व्रती का 36 घंटे का उपवास शुरू होता है. जो उगते सूर्य को अर्घ्य देकर खत्म होता है. रामानुजगंज में बेहोश हुई महिला भी छठ व्रती होने के कारण 36 घंटे से निर्जला उपवास पर थी, इस वजह से आशंका जताई जा रही है कि डीहाईड्रेशन के कारण महिला की तबीयत खराब हुई होगी. फिलहाल महिला का इलाज चल रहा है.