जांजगीर चांपा

स्कूल सफाई कर्मी महिला को चाकू से किया कई वार, अधमरा कर छोड़ा आदतन अपराधी ने, अकलतरा में माहौल गर्म

जांजगीर-चाम्पा

आज अकलतरा के अंधियारी पाठ के स्कूल में सफाई कर्मी का काम करने वाली विधवा पूर्णिमा देवांगन को आदतन अपराधी विजय यादव के द्वारा चाकु से पूरे शरीर को गोद डाला है । इस मामले को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रजनी साहू के नेतृत्व में अंधियारी पाठ की महिलाएं काला फीता लगाकर चिलचिलाती धूप भरी गर्मी शास्त्री चौक में धरना प्रदर्शन पर बैठकर प्रशासन और शासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही है । इस हमले से गंभीर रूप से घायल पूर्णिमा देवांगन को सी एच सी अकलतरा में प्राथमिक उपचार के बाद सिम्स बिलासपुर भेजा गया है । बताया जा रहा है कि पूर्णिमा देवांगन की बड़ी बेटी शीतल देवांगन से कुछ माह पहले विजय यादव द्वारा छेड़छाड़ की गई । इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने पर उसे दो माह की जेल हुई । जेल से छूटकर आने के बाद पूर्णिमा देवांगन की बूढ़ी मां पर हमला किया गया जिसकी रिपोर्ट फिर से अकलतरा थाना में दर्ज कराई गई लेकिन अकलतरा पुलिस द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गयी । इसी मामले को वापस लेने का दबाव विजय यादव द्वारा बनाया जा रहा था जिसकी परिणति आज विधवा पूर्णिमा देवांगन पर हमले के रुप में हुई है

पुलिस की निष्क्रियता से और भी हुई है ऐसी घटनाएं

यह घटना पूरी तरह पुलिस की निष्क्रियता का परिणाम है । पूर्णिमा देवांगन की सास पर हमले के बाद यदि अकलतरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विजय यादव को गिरफ्तार किया होता तो आज यह घटना नहीं होती । बताया जा रहा है कि पूर्णिमा देवांगन की मंझली बेटी मूक बधिर है और सास-ससुर बूढ़े हो चुके हैं और उसकी तीन बेटियां अभी पढ़ रही है । पूर्णिमा देवांगन स्कूल में काम करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही है ।
जनवरी 2021 में द्ल्हा पोड़ी में ऐसे ही पुलिस की लापरवाही से एक विवाहित युवक की हत्या हुई थी । जनवरी में छेरछेरा पर्व के दिन गांव में श्यामा निर्मलकर के घर श्यामा निर्मलकर , सोहनमति निर्मलकर , रेवती निर्मलकर सहित चार महिलाओं के साथ मारपीट हुई जिसकी रिपोर्ट अकलतरा थाना में दर्ज कराई गई इस मामले में अकलतरा पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई रिपोर्ट दर्ज कराने के अगले दिन 21 जनवरी को श्यामा निर्मलकर का विवाहित बेटे की मौत जहरीली शराब पीने से मस्तुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भनेसर में हुई थी जिसका आरोपी आज तक नहीं पकड़ गया है । ऐसा माना जा रहा है कि अगर महिलाओ की रिपोर्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाती तो शायद श्यामा के बेटे नरेश निर्मलकर की हत्या नहीं होती ।

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