छत्तीसगढ़: दो वर्ष पूर्व हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी…पत्नी ही निकली मास्टर माइंड
कोरबा
कोरबा पुलिस दो वर्ष पूर्व किये गए ब्लाइंड मर्डर (अंधे कत्ल) की गुत्थी को सुलझाने में सफलता पाई है। पुलिस को गुमराह करने की नियत से आरोपिया द्वारा स्वतः ही मृतक की गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी। साक्ष्य छुपाने की नीयत से शव को कॉफी पॉइंट जंगल के खाई मे लगभग 150 मीटर नीचे गहरी खाई मे शव को फेका गया। कोरबा पुलिस की तत्परता एवं कठिन परिश्रम से मिली बड़ी कामयाबी।
दिनांक 21.05.2020 को श्रीमती सुशीला निषाद पति सूर्या वाल्मिकी चौकी उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि इसका पति विमल उर्फ सूर्या वाल्मिकी दिनांक 08.11.2019 की रात से घर से बिना बताये कही चला गया है जिसकी पतासाजी करते रहने पर कोई पता नही चलने पर दिनांक 21.05.2020 को रिपोर्ट करना बतायी।
प्रार्थिया की रिपोर्ट पर गुम इंसान दर्ज कर पता तलाश मे लिया गया था और गुम इंसान की लगातार पतासाजी की जा रही थी इसी बीच दिनांक 24.07.2021 को सूचक ललित कुमार घोसले चौकी उपस्थित आकर सूचना दिया कि यह पूर्व में अर्टिगा वाहन चलाता था और विमल उर्फ सूर्या वाल्मिकी तथा उसकी पत्नि सुशीला और उसके नाबालिग बेटे को पूर्व से जानता पहचानता था, दिनांक 08.11.2019 की रात्रि मे को सुशीला निषाद का नाबालिग पुत्र इसे फोन कर बोला कि कल सुबह कॉफी पॉइंट पिकनिक मनाने जाना है तब यह 09.11.2019 की सुबह अर्टिगा कार लेकर पथरीपारा स्थित आरोपिया के मकान गया जहां से आरोपिया सुशीला निषाद व उसके नाबालिग बेटे को लेकर कॉफी प्वाइंट जाना बताया जहां पहुंचने पर सुशीला द्वारा चालक ;सूचक को किसी बहाने से कुछ देर के लिए गाडी से दूर भेजना बताया तथा कुछ देर बाद वापस आने पर देखा कि सुशीला निषाद व उसका नाबालिग बेटा गाडी से एक चटाई बाहर निकाल कर रोड के किनारे रखे थे जो इसे आते देख कर हडबडा गये और हडबडी में चटाई से सिर व एक हाथ बाहर निकल गया जिसे यह पास जाकर देखा तो चटाई में विमल उर्फ सूर्या वाल्मिकी की लाश थी जिसे देखकर यह डर गया और आरोपियो द्वारा पुलिस को या किसी अन्य को सूचित करने पर इसे भी जान से मारने की धमकी दी गई थी जिससे डर की वजह से इसके द्वारा घटना के संबंध में किसी को सूचित नही किया गया था।
सूचना की तस्दीक हेतु संदेही सुशीला निषाद एवं उसके नाबालिग पुत्र को तलब कर पूछताछ करने पर शुरूआत में घटना के संबंध मे ना नुकुर करते रहे परन्तु संदेहियो से हिकमत अमली से पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार किये तब प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए हालात से पुलिस अधीक्षक, भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कीर्तन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा, योगेश साहू को अवगत कराने पर तत्काल थाना प्रभारी कोतवाली विवेक शर्मा एवं चौकी प्रभारी रामपुर उप निरीक्षक मयंक मिश्रा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
टीम द्वारा तत्काल आरोपीगण के मेमोरण्डम कथन के आधार पर सूचक संदेहीयो एवं परिजनो को साथ लेकर घटना स्थल कॉफी पॉइंट जाकर खोजबीन करने पर एक मानव कंकाल के कुछ अवशेष एवं विमल उर्फ सूर्या का अधजला एन्ट्रीपास लोहे का कडा, पर्स तथा बेल्ट क्षतिग्रस्त हालत मे बरामद हुआ जिसकी पहचान मृतक के भाई विनोद कुमार जुगेल वाल्मिकी एवं मां शांति बाई जुगेल वाल्मिकी से करायी गई जिनके द्वारा उक्त समानो को सूर्या बाल्मिकी का होना बताया गया, जिससे उक्त मानव कंकाल के विमल उर्फ सूर्या वाल्मिकी के होने की पुष्टी हुई।
अब तक की विवेचना मे दौरान पूछताछ के आरोपिया सुशीला निषाद द्वारा बताया गया कि सूर्या बाल्मिकी के साथ वर्ष 2018 में यह नोटरी के समक्ष शादी की थी, शादी के पूर्व इसके पहले पति से इसके चार बच्चे है, 2018 में पहले पति से तलाक लेकर कोरबा काम की तलाश मे आयी थी जहां सूर्या वाल्मिकी से मुलाकात होने पर उसके साथ नोटरी के समक्ष विवाह की थी जो शादी के बाद सूर्या इसी के साथ रहता था अक्सर इसके साथ शराब पीकर लडाई झगडा मारपीट करता था जिससे यह बहुत अधिक परेशान रहती थी जो बतायी कि दिनांक घटना 08.11.2019 को सूर्या शराब पीकर घर आया और इससे लडाई झगडा करने लगा तब झगडे को बढता देखकर इसका नाबालिग पुत्र बीच बचाव करने आया और सूर्या इसे मारने के लिए हाथ उठाया ही था कि इसका पुत्र उसका हाथ पकड कर पीछे खीच दिया और इसके द्वारा अपने हाथ से सूर्या का गला दबा दी जिससे सूर्या की मौत हो गई तब घटना को छुपाने की नियत से सूर्या के शव को कॉफी प्वाइंट के जंगल में फेक देना बतायी।