छत्तीसगढ़

नवविवाहिता की संदिग्ध मौत : मायके वालों ने लगाया ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप

बिलाईगढ़। छत्तीसगढ़ के बिलाईगढ़ में एक नवविवाहिता महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। घटना की जानकारी के बाद मृतिका तुलसी बाई खुराना के माता-पिता अस्पताल पहुंचे। मृतिका के मायके वाले लोगों ने देर रात बड़ी संख्या में थाना पहुंचकर उनके ससुराल वालों पर प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है।

दरअसल यह पूरा मामला बिलाईगढ़ थाना अंतर्गत पंडरीपानी का है। बीते मार्च महीने में सरसीवा थाना अंतर्गत आने वाले पंडरीपाली निवासी कमल प्रसाद खुराना ने अपनी बेटी की शादी बिलाईगढ़ थाना अंतर्गत आने वाले पंडरीपानी निवासी रूपनारायण रात्रे से किया था। मृतिका के पिता कमल प्रसाद खुराना ने आरोप लगाते हुए बताया कि, उनकी बेटी की शादी आठ माह पहले हुई थी शादी के दो माह बाद से ही दामाद और परिवार वाले मिलकर बेटी को प्रताड़ित कर रहे थे।

दहेज़ की मांग का लगाया आरोप 

मृतका के पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि, बेटी के ससुराल वाले 1 लाख नगद और मोटरसाइकिल दहेज में भी मांग रहे थे। इस बात की जानकारी उनकी बेटी ने उन्हें फोन करके दी थी। जिसके बाद बैठक भी हुआ था जिसमें उनके गांव के लोग भी शामिल हुए थे। मृतका के माता-पिता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, उनकी बेटी की मौत आत्महत्या नहीं है।  उन्हें अधिक मात्रा में बीपी की दवाई का सेवन कराया गया है। फिलहाल बिलाईगढ़ पुलिस ने मृतका के माता-पिता को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

मायके वालों को अंतिम दर्शन नहीं हुआ नसीब

बिलाईगढ़ समुदाय स्वास्थ्य केंद्र में शव का निरीक्षण नायब तहसीलदार देवराम सिदार और थाना प्रभारी प्रमोद यादव की उपस्थिति में किया गया। जिसके बाद पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं अंतिम संस्कार के समय मृतका के मायके के लोग नहीं पहुंच पाए उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, उनके ससुराल वालों को फोन से सूचना दिया। हम लोग आ रहे हैं इसके बावजूद भी हमें अंतिम दर्शन नहीं करने दिया। शव को अंतिम संस्कार कर जला दिया गया। उन्हें अंतिम दर्शन तक नसीब नहीं हुआ।

महिला को पहले से थी बीपी और हृदय की बीमारी

मृतका तुलसी के पति रूपनारायण रात्रे ने बताया कि, उनकी पत्नी तुलसी बाई को शादी के पहले से ही बीपी और हृदय संबंधित बीमारी थी। जिनका इलाज शादी के बाद से वह करवा रहा था। जब घर में सब धान संबंधित काम में जुटे थे तब मृतका के द्वारा बीपी और हृदय की दवाई जो वह नियमित रूप से सेवन कर रही थी। उसे अधिक मात्रा में सेवन कर लिया इसकी जानकारी हमें होते ही हम परिवार वाले मेरी पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचे। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन मेरी पत्नी की मौत हो गई। हमारे परिवार वालों ने किसी भी तरह से मेरी पत्नी को प्रताड़ित नहीं किया है। उन पर जो आरोप लगा है वह गलत है।

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