घटती आबादी बनी सिरदर्द, बाली उमर में शादी को कानूनी मंजूरी देने की तैयारी में सरकार

चीन लगातार घटती आबादी से चिंतित है.
विवाह की कानूनी उम्र 18 करने की सिफारिश.
आबादी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन योजना का भी प्रस्ताव.
कुछ साल पहले तक बढ़ती आबादी को हर समस्या का जड़ बताया जा रहा था. लेकिन, दुनिया में हालात बेहद तेजी से बदले हैं. कई देश घटती आबादी से परेशान हैं. इसकी वजह से उनका आर्थिक विकास प्रभावित हो रहा है. ऐसे में ये मुल्क आबादी बढ़ाने का हर संभव जुगत कर रहे हैं. यही हाल पड़ोसी चीन का है. कुछ साल पहले तक चीन दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला मुल्क था, लेकिन तेज आर्थिक प्रगति की दौड़ में यहां का समाज भी बेहद तेज रफ्तार से बदला है. उसने बच्चे पैदा करने में भरोसा खो दिया है. आज हालात ऐसे हो गए हैं कि बीते तीन सालों से चीन की आबादी लगातार घट रही है. ऐसे में वहां की सरकार बेहद चिंतित है.
मौजूदा आबादी को बनाए रखने के लिए चीन तरह-तरह के जुगत कर रहा है. इसी कड़ी में वह अब बाली उमर में शादी को कानूनी मंजूरी देने की तैयारी में है. न्यूज एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी के एक सलाहकार ने जनसंख्या में गिरावट और प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए विवाह की कानूनी उम्र 18 करने की सिफारिश की है.
जन्म दर पर सभी प्रतिबंध हटाएगा चीन
चीनी पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कॉन्फ्रेंस (CPPCC) की राष्ट्रीय समिति के सदस्य चेन सॉन्गक्सी ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि वह चीन में जन्म दर पर सभी प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटाने और विवाह और जन्म के लिए एक प्रोत्साहन प्रणाली स्थापित करने का प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रहे हैं.
चेन की टिप्पणियां अगले सप्ताह चीन की वार्षिक संसदीय बैठक से पहले आई हैं, जहां अधिकारियों से देश की घटती जनसंख्या को संतुलित करने के उपायों की घोषणा की उम्मीद है. चीन में कानूनी विवाह की उम्र पुरुषों के लिए 22 और महिलाओं के लिए 20 है, जो दुनिया में सबसे अधिक है. अधिकतर विकसित देशों में कानूनी विवाह की उम्र 18 है.
चेन ने कहा कि चीन में कानूनी विवाह की उम्र 18 की जानी चाहिए ताकि जनसंख्या आधार बढ़ सके और प्रजनन क्षमता को बढ़ावा मिल सके. चीन की जनसंख्या 2024 में लगातार तीसरे वर्ष गिर गई. वहां विवाह में भी गिरावट आई है. 2021 में चीन ने एक बच्चे की नीति को बदलकर तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी.
चेन ने कहा कि चीन को परिवार में बच्चों की संख्या पर प्रतिबंध हटाना चाहिए ताकि नई युग में जनसंख्या विकास की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. हालांकि, अधिक संख्या में लोग बच्चे पैदा करने से बच रहे हैं. ऐसा बच्चों के पालन-पोषण में अधिक खर्च या करियर के कारण ऐसा हो रहा है.