12 नक्सलियों के सरेंडर के साथ 1000 आत्मसमर्पण का बना रिकॉर्ड; केक काटकर किया गया सेलिब्रेट

दतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के सरेंडर को लेकर चल रहे लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान ने बड़ा किर्तिमान बनाया है. बुधवार को 12 नक्सलियों के सरेंडर के साथ ये आंकड़ा 1000 के पार हो गया है. 5 साल में 249 इनामी नक्सलियों के साथ 1005 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला लिया है.
छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से नक्सली प्रभावित हो रहे हैं. बुधवार को नक्सल दंपती समेत 12 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
12 सरेंडर नक्सलियों के नाम
1. चद्रन्ना उर्फ बुरसू पुनेम पिता स्व० रघ्घू पुनेम उम्र लगभग 52 वर्ष जाति मुरिया निवासी पूसनार पेद्दापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, डीव्हीसीएम/पश्चिम बस्तर डिवीजन डीएकेएमएस अध्यक्ष
2. अमित उर्फ हिंगा बारसा पिता स्व० भीमा बारसा उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी दुरमा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा
3. अरूणा लेकाम पति अमित उर्फ हिंगा बारसा उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटेतुंगाली थाना जांगला जिला बीजापुर
4. देवा कवासी पिता स्व० लखमा कवासी उम्र लगभग 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी अण्ड्री थाना गंगालूर जिला बीजापुर
5. राजेश मड़काम पिता स्व० लिंगा मड़काम उम्र लगभग 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी बोड़गा कोडोलपारा थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर
6. पायके ओयाम पिता स्व० लक्खू ओयाम उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी चेरली कोकोड़ीपारा मिरतुर जिला बीजापुर
7. कोसा सोढ़ी पिता हड़मा उर्फ मेट्टा सोढ़ी उम्र लगभग 23 वर्ष जाति मुरिया निवासी जियाकोड़ता डोंगरीपारा थाना कुआकोण्डा जिला दन्तेवाड़ा
8. महेश लेकाम पिता सन्नू लेकाम उम्र लगभग 23 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटेतुंगाली थाना जागला जिला बीजापुर
9. राजू करटाम पिता सन्नू करटाम उम्र लगभग 20 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटेतुंगाली थाना जांगला जिला बीजापुर
10. हिड़मे कोवासी पति हुंगा माड़वी पिता हुंगा कोवासी उम्र लगभग 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी कुंजेरास हित्तापारा थाना कटेकल्याण जिला दन्तेवाड़ा
11. जीबू उर्फ रोशन ओयाम पिता लच्छू ओयाम उम्र लगभग 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी बोड़गा बोड़गापारा थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर
12. अनिल लेकाम पिता सन्नू लेकाम उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटेतुंगाली थाना जांगला जिला बीजापुर
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने की बात कही है. शाह लगभग अपने हर छत्तीसगढ़ दौरे में इसे दोहराते हैं और साथ ही समीक्षा भी करते हैं. शाह ने प्रदेश की एंटी नक्सली नीति की तारीफ करते हुए कहा था कि, नक्सली हथियार डालकर मुख्य धारा से जुड़ें. इसी में उनकी भलाई है. इसी का नतीजा है कि कई नक्सली अब सरेंडर कर रहे हैं.




