जज साहब ने दोषी का फोन देखा और बदल गई सजा… अब मरते दम तक मिली उम्रकैद

अलवर
अलवर के पॉक्सो न्यायालय संख्या एक में दुष्कर्म व ब्लैकमेल करने के एक मामले में कुछ ऐसा हुआ, कि दोषी की सजा अचानक से बदल गई. न्यायालय में आरोपी को दोषी मानकर फैसला सुनाया जाना था. तभी जजसाहब ने जैसे ही आरोपी के फोन को चेक किया, तो पूरा फैसला ही बदल गया. मोबाइल में मिले वीडियो को देखने के बाद आरोपी को मरते दम तक आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. साथ ही पीड़िता को पांच लाख रुपये की सहायता देने के आदेश दिए हैं. इस तरह के आदेश बहुत कम मामलों में देखने को मिलते हैं.
घुमाने ले जाने के बहाने किया था रेप
अलवर के मालाखेड़ा में 29 मार्च 2023 को पीड़िता घर पर अकेली थी और घर के बाहर घूम रही थी. इसी दौरान कृष्ण नाम का एक युवक मौके पर आया. वह पहले से पीड़िता को जानता था. वह पीड़िता से बात करने लगा और बातों ही बातों में उसने पीड़िता से घूमने चलने के लिए कहा. पीड़िता उसकी बातों में आ गई और तैयार हो गई. इसके बाद उसके साथ बाइक पर बैठ गई. आरोपी उसको शिव रिसोर्ट में लेकर गया और वहां कोल्ड ड्रिंक में उसे नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया.
रेप का वीडियो बनाकर करता रहा ब्लैकमेल
कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई. आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और दुष्कर्म करते हुए उसके अश्लील वीडियो बना लिये. वीडियो बनाकर आरोपी पीड़िता को ब्लैकमेल करता रहा. ऐसे में परेशान पीड़िता ने मामले की सूचना परिजनों को दी. परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
मोबाइल फोन से मिले अश्लील वीडियो
सरकारी वकील रोशन दीन खान ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट पेश की. मामले में कुल 14 गवाहों की गवाही कराई गई. साथ ही 29 दस्तावेजों को न्यायालय में पेश किया गया. आरोपी के मोबाइल फोन से पीड़िता की अश्लील वीडियो व कई आपत्तिजनक सामान मिले. इसके आधार पर न्यायालय ने आरोपी को दोषी मानते हुए मरते दम तक आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
अंतिम समय में जज ने मोबाइल फोन देख बदला फैसला
साथ ही 33 हजार रुपये के आर्थिक दंड से भी दंडित किया है. न्यायालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता को आर्थिक सहायता दी है. साथ ही पीड़िता को पांच लाख रुपए देने की आदेश दिए हैं. आरोपी से आर्थिक दंड में वसूले जाने वाले 33000 भी पीड़िता व उसके परिजनों को दिए जाएंगे.
दोषी को अंतिम सांस तक उम्रकैद की सजा
अधिवक्ता ने कहा कि न्यायालय आरोपी को सजा सुनाने वाले थे. आरोपी को 20 साल तक की सजा मिलती, लेकिन सजा सुनाने के अंतिम समय में न्यायाधीश ने आरोपी का मोबाइल फोन चेक किया. मोबाइल फोन देखते ही आरोपी की सजा बदल गई. आरोपी के मोबाइल फोन में पीड़िता की अश्लील वीडियो के साथ ही कई ऐसे आपत्तिजनक व संदिग्ध वीडियो मिले. जिनको देखने के बाद आरोपी को मरते दम तक कारावास की सजा सुनाई गई. साथ ही पीड़िता को आर्थिक सहायता भी दी गई. कम मामलों में इस तरह के फैसला सामने आते हैं.