लोकसभा में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार अपनी बात रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय 400 पार का नारा दिया गया. पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है.
लोकसभा में आज PM नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देंगे. उनसे पहले NDA सरकार के कुछ मंत्री भी बोल सकते हैं. सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने NEET परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों और अग्निपथ भर्ती स्कीम को लेकर सरकार पर हमला बोला था. इसके अलावा उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा था कि खुद को हिंदू कहने वाले लोग हिंसा-हिंसा की बात करते हैं, जबकि भगवान शिव शांति का संदेश देते हैं. वह कहते हैं कि न डरो और न डराओ. राहुल गांधी के इस बयान पर PM नरेंद्र मोदी समेत सरकार के कई मंत्रियों ने ऐतराज जताया था.
अमित शाह का कहना था कि राहुल गांधी ने हिंदू समाज का अपमान किया है. इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि मेरा पिछले सत्र में द्रौपदी की तरह चीरहरण किया जा रहा था, लेकिन जनता कृष्ण बन गई और मेरी लाज बचा ली. महुआ मोइत्रा ने यह भी कहा था कि एक मेरे को भाजपा संसद में आने से रोकना चाहती थी, लेकिन उसके इस बार 63 सांसद कम हो गए. आज भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही हंगामेदार हो सकती है.
अखिलेश यादव ने कहा कि ये विकास की बात करते हैं. अयोध्या तक में नाव चल रही हैं. सड़कें धंस रही हैं और छतें गिर रही हैं. एक तरफ आप हमारे एक्सप्रेसवे को देख लीजिए. वहां तो हवाई जहाज तक उतारे जा सकते हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि इस चुनाव का यह पैगाम रहा है कि अब मनमर्जी नहीं बल्कि जनमर्ची चलेगी. यह देश किसी की महत्वाकांक्षा से नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि आज देश को 5 ट्रिलियन डॉलर और यूपी एक 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी की बातें हो रही हैं. ऐसा कुछ यूपी में होता लग नहीं रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीते 10 सालों में एक ही काम हुआ है- परीक्षा माफिया का जन्म. जो सरकार भविष्य को ही मार दे, वह वर्तमान क्या सुधारेगी. अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार INDIA अलायंस की जीत सकारात्मक राजनीति को मिला जनादेश है. उन्होंने कहा कि यह सरकार नौकरी नहीं देना चाहती. इसलिए पेपर लीक कराए जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने लोकसभा में अपने भाषण में ईवीएम पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि भले ही हम यूपी की सारी 80 लोकसभा सीटें जीत जाएं, लेकिन कभी इस पर भरोसा नहीं होगा. समाजवादी पार्टी ईवीएम के हमेशा खिलाफ रहेगी. हमारा वादा है कि ईवीएम से जीते तो भी इसे हटाएंगे.