कांस्टेबल को थप्पड़ मारने वाले भाई-बहन गिरफ्तार
बिलासपुर
बिलासपुर में नो एंट्री में ट्रेलर ले जाने से रोकने के विवाद पर कांस्टेबल को थप्पड़ मारने वाली महिला और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सरकंडा थाने के मोपका चौकी में पदस्थ आरक्षक मोरज सिंह को थप्पड़ मारने का VIDEO तीन सितंबर को वायरल हुआ। इसके बाद SSP पारूल माथुर ने CSP स्नेहिल साहू को जांच के आदेश दिए।
घटना की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि कांस्टेबल मोरज सिंह और प्रकाश साहू मोपका तिरोह पर नाइट ड्यूटी कर रहे थे। रात में वहां भारी वाहनों की नो एंट्री है। लिहाजा, पुलिसकर्मियों ने एक ट्रेलर को शहर की तरफ आने से रोका। इस दौरान ड्राइवर ने अपनी बहन और साथियों को बुलाकर आरक्षक से विवाद शुरू कर दिया।
पुलिस जांच में पता चला है कि ट्रेलर का चालक ही गाड़ी का मालिक था और उसने ही अपनी बहन और साथियों को वहां बुलाया था। इस दौरान उन्होंने आरक्षक से धक्कामुक्की थी। फिर महिला ने शराब पीने का आरोप लगाकर उसे चांटा मार दिया था। VIDEO सोशल मीडिया में वायरल पर जांच के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
सरकंडा टीआई उत्तम साहू ने बताया कि ड्यूटी के दौरान दोनों पुलिसकर्मी पेट्रोलिंग के लिए निकले थे, तभी एक ट्रेलर नो-एंट्री से शहर में घुस गया। आरक्षकों ने ट्रक चालक को रोका तो उसने विवाद शुरू कर दिया। चालक ने पहले आरक्षक से झूमाझटकी की। इसके बाद उसने अपनी बहन और साथियों को बुला लिया। उसकी बहन पहुंची और आरक्षक मोरज सिंह को थप्पड़ जड़ दिया और इसका VIDEO बना कर वायरल कर दिया।
ट्रेलर चालक ने पहले आरक्षक से दुर्व्यवहार किया और उसकी बहन ने थप्पड़ जड़ा। इसके बाद उन्होंने आरक्षक को अपनी ऊंची पहुंच होने और DGP-SP से शिकायत करने का धौंस दिखाई। फिर TI के सरकारी नंबर पर कॉल कर आरक्षक की शिकायत करने लगे। TI ने उन्हें थाने में आकर शिकायत करने कहा था, लेकिन VIDEO वायरल हुआ, तब मोबाइल नंबर के आधार पर महिला की पहचान की गई। पुलिस ने महिला और उसके भाई को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ धारा 186, 353, 332, 294, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास घटना के कई VIDEO मिले, जिसे देखा गया। सभी में महिला और ट्रेलर मालिक गाली-गलौज व विवाद नजर आ रहे हैं। पुलिस ने उनके मोबाइल को जब्त किया है। पुलिस का कहना है कि घटना के दौरान मौजूद अन्य लोगों की पहचान कर उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। आरक्षक मोरज सिंह का कहना है कि घटना की रात विवाद होने पर उसने सरकंडा थाने के स्टाफ और पेट्रोलिंग टीम को बुलाया था। जब तक पेट्रोलिंग टीम वहां पहुंची, तब तक कार सवार महिला और उसके साथ आए लड़के व ट्रेलर चालक भाग गए थे। उन्होंने VIDEO बनाया था और शराब पीने का आरोप लगाकर शिकायत करने की धमकी दी थी, जिससे वह डर गया। VIDEO वायरल होने के बाद उसने मामले की शिकायत दर्ज कराई है।