गाजा हॉस्पिटल हमले में अमेरिका ने दी इजरायल को क्लीनचिट, जो बाइडेन और खुफिया एजेंसी ने इन सबूतों को माना आधार
गाजा
गाजा पट्टी में अल-अहली अरब अस्पताल पर मिसाइल अटैक को लेकर इजरायल और हमास के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच बड़ी खबर सामने आई है. अमरिका ने इस मामले में इजरायल को क्लीनचिट दे दी है. व्हाइट हाउस ने बुधवार (18 अक्टूबर) को कहा कि अमेरिकी खुफिया जानकारी से पता चलता है कि गाजा अस्पताल पर हमले के लिए इज़राइल दोषी नहीं है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि यह एक आतंकवादी समूह की ओर से दागे गए मिसफायर रॉकेट का परिणाम था. ऐसे में साफ है कि बाइडेन इस मामले में इज़रायल के उस बयान के साथ हैं, जिसमें उसने कहा था कि अस्पताल पर हुए हमले में उसका हाथ नहीं है. वहीं हमास अब भी इस हमले के लिए इज़रायल को ज़िम्मेदार ठहरा रहा है.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने क्या कहा?
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, “हालांकि हम अभी इस मामले में और जानकारी जुटा रहे हैं, लेकिन अभी तक की तस्वीरों, इंटरसेप्ट्स और ओपन सोर्स से जो जानकारी मिली है, उनके विश्लेषण के आधार पर हमारा आकलन यह है कि मंगलवार को गाजा के अस्पताल पर हुए विस्फोट के लिए इज़राइल जिम्मेदार नहीं है.”
अमेरिकी खुफिया विभाग ने कई सबूतों को किया चेक
वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से छपी एक खबर में बताया गया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने अपनी जांच में सैटेलाइट और इन्फ्ररेड डेटा को शामिल किया है, जिसने गाजा के अंदर की स्थितियों को बताया. इसमें एक रॉकेट फायर होते दिख रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली अधिकारियों ने वॉशिंगटन को हमास के अधिकारियों के बीच इंटरसेप्ट किए गए ऑडियो की रिकॉर्डिंग भी दी थी, इसके अलावा अमेरिकी खुफिया ने रॉकेट लॉन्च के ओपन सोर्स वीडियो को भी देखा था.
बाइडेन ने भी माना, विस्फोट आतंकी समूह के रॉकेट मिसफायर से हुआ
7 अक्टूबर को हमास के हमलों के बाद इज़राइल के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए तेल अवीव पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि ऐसा लगता है कि हमला दूसरी टीम की ओर से किया गया था. बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि “अब तक हमने जो जानकारी देखी है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि गाजा के अस्पताल पर हुआ विस्फोट एक आतंकवादी समूह की ओर से दागे गए गलत रॉकेट के कारण हुआ है.” उन्होंने कहा कि यह निष्कर्ष अमेरिकी रक्षा विभाग की ओर से दिखाए गए डेटा पर आधारित है.