सोता रहा ड्राइवर और रोते रहे बच्चे, बालोद में लोगों की मुस्तैदी से बड़ा हादसा टला
बालोद : जिले के झलमला तिराहे के पास निजी विद्यालय के वाहन चालक ने बच्चों की जान को जोखिम में डाल दिया. नशे में धुत ड्राइवर बच्चों को गाड़ी में बंद कर सो गया था, जिसकी लोगों ने पिटाई कर दी. अब मामला थाने जा पहुंचा है. बालोद कोतवाली थाने की पुलिस इसकी जांच कर रही है.
बच्चों को गाड़ी में बंद करने का आरोप : पूरा मामला बालोद से लगे झलमला तिराहे का है. यहां पर भीड़ ने निजी स्कूल के वाहन चालक की जमकर धुनाई कर दी. कार ड्राइवर पर आरोप है कि वह शराब के नशे में धुत था. उसने दो स्कूली बच्चों को गाड़ी में ही बंद कर दिया और सो गया. स्कूली बच्चों की रोने आवाज सुनकर पास के दुकानदारों ने गाड़ी में देखा तो ड्राइवर नशे में धुत सो रहा था. जिसके बाद लोगों ने बच्चों को खिड़की खोल बाहर निकाला. वहीं ड्राइवर की लापरवाही से नाराज भीड़ ने उसकी जमकर धुनाई कर दी.
दोपहर दो बजे स्कूल की होती है छुट्टी : परिजनों के मुताबिक, बच्चों का स्कूल सुबह 9:00 से दोपहर 2:00 बजे तक लगता है. जब स्कूल के बच्चे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने स्कूल में फोन लगाया. जिसके बाद सूचना मिली की बच्चे कब का स्कूल से वैन में निकल गए हैं. इसके बाद ड्राइवर को फोन लगाया गया तो ड्राइवर का फोन बंद था. इसके बाद परिजन काफी परेशान हो गए. एक परिजन ने गाड़ी को झलमला में नहर किनारे खड़े देखा, जहां ड्राइवर सो रहा था और बच्चे रो रहे थे.
ड्राइवर के नशे में होने के आरोप : दोनों बच्चे एक निजी स्कूल के बताए जा रहे हैं. स्कूल वाहन के ड्राइवर का कहना है कि वह रात भर गाड़ी चलाया था. इसलिए उसे नींद आई और वह गाड़ी में ही सो गया. आसपास के लोगों का यह भी आरोप है कि वह नशे में था, जिस कारण वह बच्चों की जान की परवाह किए बिना ही सो गया.
दो घंटे से गाड़ी में बंद थे बच्चे : दोपहर दो बजे स्कूल से छुट्टी होने के बाद बच्चे दो घंटे तक स्कूल वाहन में बंद थे. वहीं सूचना मिलते ही बालोद पुलिस मौके पर पहुंची और ड्राइवर को हिरासत में लिया. पुलिस ड्राइवर को अपने साथ थाने ले आई. पुलिस स्कूल प्रबंधन से भी बात कर रही है. इस केस में आगे की कार्रवाई जारी है.