छत्तीसगढ़

सुकमा में नक्‍सलियों ने किया IED ब्‍लास्‍ट, हादसे में 2 महिलाएं घायल, पैर के चीथड़े उड़े

सुकमा

छत्‍तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बार फिर नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। यहां नक्सलियों द्वारा ग्रामीण के घर पर रखा हुआ आइईडी ब्लास्ट हो गया। IED ब्लास्ट की चपेट में आने से 2 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। हादसे में एक महिला के पैर के चीथड़े उड़ गए हैं।

बताया जा रहा है कि IED को नक्सलियों ने छिपाया था। ब्लास्ट से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। यह घटना जगरगुंडा थाना क्षेत्र के भीमापुरम गांव का है। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि 26 मई को बस्तर बंद का आह्वान किया था, जिसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। इसी बौखलाहट के चलते नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।

जानकारी के मुताबिक, सुकमा के जगरगुंडा क्षेत्र के भीमापुरम गांव में रविवार दोपहर को एक मकान में जोरदार धमाका हुआ। आसपास के लोग दौड़ के पहुंचे तो दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हालत में पड़ी थीं। दोनों महिलाओं को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ब्लास्ट में एक महिला के पैर के चीथड़े उड़ गए हैं।आशंका जताई जा रही है कि नक्सलियों ने बम को प्लांट करने से पहले ग्रामीण के घर में छिपाकर रखा था जिससे धमाका हो गया और उसकी चपेट में दो महिलाएं आ गईं।

नक्सलियों ने टावर में लगाई आग
बताया जा रहा है कि कादुलनार के आदेड़ इलाके में शनिवार की देर रात माओवादियों ने टावर को आग के हवाले किया। टावर में आग लगाने के बाद वहां रखे जेनरेटर को भी जला दिया। कादुलनार में मोबाइल टावर होने से बीजापुर इलाके के सैंकड़ों गांव के लोग फोन के जरिए बातचीत करते थे। नक्सलियों (Naxal Terror) के तांडव के चलते अब लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

बंद का किया था आह्वान
नक्सलियों ने 26 मई को बस्तर बंद का आह्वान किया था, जिसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। आम दिनों की तरह गाड़ियां चल रही हैं। आम दिनों की तरह ही दुकानें और प्रतिष्ठानें भी खुली हैं। नक्सलियों का बुलाया बंद पूरी तरह से बेअसर दिखाई दे रहा है। बीजापुर के भोपालपटनम, भैरमगढ़, आवापल्ली, जांगला इलाके में जहां नक्सलियों की तूती पहले बोलती थी, वहां भी बंद का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। इससे सिर्फ नक्सलियों में बौखलाहट देखने को मिल रही है।

बस्तर में चल रहा है सघन सर्चिंग अभियान
हादसे के बाद इलाके में जवानों ने सर्चिंग तेज कर दी है। पूरे बस्तर में इन दिनों नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। नक्सल विरोधी अभियान के चलते नक्सली बस्तर के सीमित क्षेत्रों में सिमटते जा रहे हैं। जवानों के बढ़ते दबाव के चलते माओवादी बौखलाहट में इस तरह की कायराना करतूत को अंजाम दे रहे हैं।

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