देश

कल से शुरू हो रहा संसद का सत्र, पहले दिन पीएम मोदी-कैबिनेट मंत्रियों समेत 280 सांसद लेंगे शपथ

नई दिल्ली

कल से 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत हो रही है. सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट में शामिल मंत्री बतौर सांसद शपथ लेंगे. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब उन्हें शपथ दिलाएंगे. इसके बाद नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलायी जाएगी. पीएम मोदी के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गड़करी शपथ ग्रहण करेंगे. उसके बाद मंत्री परिषद के अन्य सदस्य सांसद के रूप में शपथ लेंगे.

बता दें कि पीएम मोदी की कैबिनेट में शामिल मंत्रियों में 58 लोकसभा के सदस्य हैं. केंद्रीय मंत्री परिषद में शामिल 13 सदस्य राज्यसभा के सांसद हैं और एक मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. वह लुधियाना से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. पीएम मोदी और उनके मंत्रियों के बाद अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार राज्यवार सांसदों को शपथ दिलायी जाएगी. संसद के इस सत्र में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 27 जून को संबोधन

इस तरह सबसे पहले असम के सांसद और सबसे अंत में पश्चिम बंगाल के सांसद शपथ लेंगे. संसद सत्र के पहले दिन यानी 24 जून को 280 नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे. दूसरे दिन यानी 25 जून को 264 नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे. इसके बाद 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. 28 जून को सरकार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कराने की कोशिश करेगी, हालांकि हाल ही में हुए NEET पेपर लीक पर विपक्ष हंगामा कर सकता है.

पीएम मोदी 2 जुलाई को लोकसभा में बोलेंगे

राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई को लोकसभा को संबोधित करेंगे. वह 3 जुलाई को राज्यसभा में बोलेंगे. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 20 जून को बताया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के कटक से भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. राष्ट्रपति ने अध्यक्ष के चुनाव तक प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए सुरेश कोडिकुन्निल, थालिकोट्टई राजुतेवर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय को भी नियुक्त किया है.

सूत्रों की मानें तो संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में स्पीकर का पद भाजपा को मिलने की संभावना है, जबकि डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए के सहयोगी दलों में से किसी को दिया जा सकता है. I.N.D.I.A ब्लॉक ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की है, जो परंपरागत रूप से हमेशा विपक्ष के पास जाता है. हालांकि, 17वीं लोकसभा में डिप्टी स्पीकर नहीं था. हालांकि, भाजपा नीत एनडीए और कांग्रेस नीत इंडिया ब्लॉक दोनों ओर से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए उम्मीदवारों के नाम घाषित नहीं किए गए हैं.

Related Articles

Leave a Reply