छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

जांजगीर: पूर्व नेता प्रतिपक्ष का नाम लेते ही जिले के तीनों विधायक ने छोड़ा मंच…वन महोत्सव में प्रशासन की किरकिरी

जांजगीर-चांपा : जिला मुख्यालय में आज वन महोत्सव मनाया गया और एक पेड़ माँ के नाम के तहत पेड़ लगाने के लिए वन विभाग द्वारा पुलिस कालोनी ग्राउंड मे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम मे सांसद और विधायकों को भी आमंत्रित किया गया। लेकिन भाषण दिए जाने के क्रम को लेकर कांग्रेसी नेता प्रोटोकॉल का उलंघन बताते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिए। कांग्रेसी विधायको के मंच छोडऩे से हड़कंप मच गया। इस पूरे घटनाक्रम से जहां प्रशासन की किरकिरी हुई है वही सांसद की उपस्थिति में ही कार्यक्रम संपन्न कराया गया।


जांजगीर चाम्पा जिला मुख्यालय के पुलिस कालोनी ग्राउंड मे आज सुबह से ही वृक्षारोपण की तैयारी की गई थी। स्कूली छात्र छात्राओं के साथ वन विभाग की टीम ने वृक्षारोपण के लिए अतिथियों का इंतजार कर रहे थे और काफी इंतजार के बाद कांग्रेसी विधायक व्यास कश्यप, शेष राज हरवंश और राघवेन्द्र सिंह पहुचे और कुछ समय बाद सांसद कमलेश जांगड़े के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल कार्यक्रम मे पहुंचे, स्वागत और सम्मान के बाद भाषण का सिलसिला शुरू हुआ और डीएफओ के स्वागत भाषण के बाद बीजेपी के जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के दो विधायकों ने अपना सम्बोधन किया इसके बाद मुख्य अभ्यागत सांसद को भाषण के लिए आना था लेकिन विधायकों के बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के भाषण पर विधायकों ने आपत्ति जताई और कार्यक्रम छोड़ कर वापस चले गए। जांजगीर विधायक व्यास कश्यप ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लघन बताया और मामले को सदन मे उठाने की चेतावनी दी। वही प्रोटोकाल उल्लंघन के बारे मे किसी तरह की चर्चा करने के बजाय डीएफओ ने कुछ भी कहने से इंकार किया।


वन महोत्सव के दौरान विधायकों की नाराजगी का मामला गर्म हो गया था और वन विभाग के अधिकारी असमंजस की स्थिति मे दिखे। जिला मुख्यालय मे पहला कार्यक्रम था जिसमे कांग्रेस और बीजेपी दोनों के जनप्रतिनिधि एक मंच मे थे और प्रोटोकॉल मे कार्यक्रम उलझ गया।

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