जांजगीर: मृत पति की जगह नौकरी मांगने गई विधवा को KSK के अधिकारी ने मारा धक्का…पीडि़त महिला बिलासपुर लाइफ केयर रिफर
जांजगीर-चांपा
अकलतरा के नरियरा में स्थापित के एस के पावर प्लांट अपने स्थापना काल से ही विवादो मे है जिसमे उनका साथ स्थानीय बाहूबली नेता दे रहे है। मिली जानकारी के अनुसार स्व.योगेश निर्मलकर की मौत के बाद के एस के प्रबंधन ने उसकी विधवा को नौकरी देने का वादा किया था। बहुत दिनो तक आवेदन निवेदन के बाद भी जब सीमा निर्मलकर को नियुक्ति पत्र नही मिला तो सीमा ने के एस के प्रबंधन को चेतावनी दी कि अगर उसे नियुक्ति पत्र नही मिला तो वह भूख हड़ताल पर बैठेगी। अपनी बात के अनुसार सीमा निर्मलकर के एस के पावर प्लांट के मेन गेट सामने मंगलवार दोपहर को अपने बच्चो और कुछ महिलाओ के साथ खड़ी थी। सायं लगभग 5 बजे वहां से के एस के जनरल मैनेजर उज्जवल तिवारी निकले जिनसे बात करने के लिए महिला उनके पास पहुंची और इस विषय पर अपनी बात रखी लेकिन जनरल मैनेजर उज्जवल तिवारी ने बात करती हुई महिला को अचानक धक्का दे दिया जिससे वह गिर पड़ी। महिला को गिरता देखकर आसपास की महिलाओ ने मदद के लिए फोन किया और उसे नरियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये जहां से उसे बिलासपुर लाइफ केयर भेज दिया गया है।
प्रबंधन की मनमानी बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़
के एस के पावर प्लांट की मनमानी चरम पर है क्योकि इसे कोई रोकने टोकने वाला नही है । इस तरह की घटनाओ के बहाने कुछ छुटभैये नेता अपनी दुकान नही गुमटी चलाते है और बड़े नेता अपनी जमी-जमायी दुकान ही इनके भरोसे खोलते है यही कारण है कि आज तक इस प्लांट मे न जाने कितने कर्मचारियो ने आत्महत्या की है लेकिन उन आत्महत्या के कारणो का जवाब न तो खोजा गया न जानने दिया गया। अब तक न जाने कितने भू-विस्थापित अपने मुआवजे की राह तकते भगवान के पास चले गये और आज भी अनेक लोग है जो दी गयी जमीन के बदले नौकरी की राह तकते-तकते अपनी उम्र और ताकत घटा चुके है । अभी कुछ दिनो पूर्व के एस के पावर प्लांट द्वारा जो बस बच्चो के आने-जाने के लिए लगायी गयी थी उसका टायर फट गया था जिसमे बड़ा हादसा होते-होते रह गया ।
अनफिट बस को स्कूली बच्चो के लिए लगाना के एस के पावर प्लांट की असंवेदनशीलता और बेरहमी को बताता है और उसके एक जिम्मेदार अफसर द्वारा एक विधवा को धक्का मारना उनके मर्यादाओ की धज्जियां उडाने की प्रतीक ही मानी जानी चाहिए।