बिलासपुर। दो महिला यात्री जहरखुरानी का शिकार हो गईं। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में अचेत देख आरपीएफ ने उठाया। होश में आने के बाद उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी। रीवा स्टेशन में किसी अज्ञात व्यक्ति ने नमकीन चाय व कुछ खाने-पीने की चीजें खिलाई थीं। इसके बाद क्या हुआ, उन्हें कुछ भी नहीं मालूम है। वह यह भी कहती रहीं कि बिलासपुर कैसे पहुंच गईं, जबकि उन्हें शहडोल जाना था। मामले की सूचना देने के बाद स्वजन बिलासपुर पहुंचे। इसके बाद उन्हें लेकर लौट गए।
मामला रविवार का है। दोपहर दो बजे जोनल स्टेशन में ड्यूटी स्टाफ ने प्लेटफार्म छह में गश्त के दौरान देखा कि दो महिलाएं अचेत अवस्था में सोई हुई थीं। इसके अलावा उनका लगेज अलग रखा था। जगाने पर भी नहीं उठीं। तुरंत पाली अधिकारी को सूचना दी। दोनों महिलाओं को निरीक्षक राजेश वर्मा, उप निरीक्षक कुलदीप सिंह एवं जीआरपी स्टाफ ने अटेंड किया। इसके अलावा स्टेशन मास्टर को भी जानकारी दी गई। दोनों महिलाओं को प्लेटफार्म नंबर छह से व्हीलचेयर के माध्यम से बिलासपुर स्टेशन में स्थित चिकित्सा कक्ष में लाया गया। डाक्टर ने जांच की। महिलाओं के बैग की जांच करने शनिवार को रीवा से शहडोल तक का टिकट मिला। आधार कार्ड से दोनों की पहचान सुन्दर बाई गोले व फूलबती बाई गोले निवासी वार्ड नंबर 17 हनुमान मंदिर के पीछे शहडोल मध्य प्रदेश के रूप में हुई। उस समय तक थोड़ा होश आने पर महिलाओं ने बताया कि उन्हें ट्रेन नंबर 18248 से रीवा से शहडोल तक जाना था। रीवा स्टेशन के प्लेटफार्म में एक अनजान व्यक्ति उनके पास आया और बातें करने लगा। उसने कहा कि वह भी उसी गाड़ी में जाएगा। ट्रेन में दोनों महिलाओं के साथ जाकर बैठ गया और बातें करने लगा। यात्रा के दौरान अनजान व्यक्ति ने महिलाओं को कुछ खाने पीने का सामान, नमकीन चाय दिया। थोड़ी देर बाद वह अचेत होने लगी। जिस पर अनजान व्यक्ति ने दोनों महिलाओं को सीट पर सोने के लिए कहा। दोनों महिला यात्री सो गईं। इसके आगे का कुछ याद नहीं। वह हैरान थीं कि बिलासपुर स्टेशन कैसे पहुंच गईं। इस पर महिला यात्रियों के स्वजन को सूचना दी गई। स्वजन उन्हें यह कहकर ले गए कि वापस पहुंचकर जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।