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जेल में इंटीमेट होते हैं, ऐसा सुलूक करते हैं जेलर… महिला कैदी ने बताई दर्दनाक दास्तां

नई दिल्ली

जेल, जहां अपराधियों को उनके गुनाहों की सजा दी जाती है और उन्हें एक तय समय तक अपने किए की कीमत चुकानी पड़ती है. लेकिन अगर सोचें कि जेल की ऊंची दीवारों के भीतर कैद की जिंदगी का अनुभव एक महिला कैदी के लिए कैसा हो सकता है, फ्रांसेस्का फटोर के मुताबिक, ये कल्पना से भी परे और रोंगटे खड़े कर देने वाला है.

फ्रांसेस्का ड्रग्स स्मगल करने के मामले में यूके के एचएमपी जेल में सजा काटी है. हाल ही उन्होंने यूके में बिताए पलों को ब्रिटेन के एक न्यूज मीडिया डेलीस्टार को शेयर किया. दुनिया के सामने एक ऐसी काले सच को सामने लाया, जिसको जानके हर कोई सिहर जाए.

‘जेल के अधिकारी महिला कैदियों से बनाते हैं संबध’

जेल के दिनों को याद करते हुए फ्रांसेस्का ने बताया कि जेल की जिंदगी में कैदियों और जेल अधिकारियों के बीच अवैध संबंध बहुत आम होते हैं. उन्होंने कहा कि कई बार जब कैदियों को ड्रग्स की तलब लगती है, तो यह एक सौदेबाजी की शक्ल ले लेता है. कैदी जेल अधिकारियों के साथ संबंध बनाते हैं, और इसके बदले उन्हें कोकीन के कुछ ग्राम मिल जाते हैं. कैदी अपनी तलब मिटाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार होते हैं, तो दूसरी तरफ कुछ अधिकारी इसका फायदा उठाने में पीछे नहीं रहते.

‘जेल में कोई किसी का दोस्त नहीं’

फ्रांसेस्का ने बताया कि इस जेल में कोई किसी का सच्चा दोस्त नहीं होता. उन्होंने कहा-मुझे ऐसा लगता था कि मैंने अपना राज अपने सबसे अच्छे दोस्त को बताया है, लेकिन धीरे-धीरे वही बात पूरे जेल में फैल जाती थी. यहां तक कि ये बातें जेल के अधिकारियों तक भी पहुंच जाती थीं.

फ्रांसेस्का ने कहा कि जेल में काम करने वाले पुरुष अधिकारियों में नैतिकता का अभाव होता है. वे बहुत कम उम्र की महिलाओं को नौकरी पर रखते हैं, जिनके पास जीवन का कम अनुभव होता है. ये महिलाएं आसानी से कैदियों के प्रति आकर्षित हो जाती हैं.

उन्होंने कहा-वे हमें अंदर से जानते हैं – हमारे अच्छे और बुरे पहलू, हमारे गुस्से के पल, जैसे हम किसी के साथ काम कर रहे हों. अगर आप किसी के प्रति आकर्षित हो जाते हैं, तो हो जाते हैं, लेकिन वे इतनी छोटी होती हैं कि उनमें आत्मनियंत्रण की कमी होती है. उन्हें यह भी नहीं पता होता कि कैदियों से संबंध बनाना गलत है.

क्या है फ्रांसेस्का की कहानी?

फ्रांसेस्का की परवरिश इंग्लैंड के रीडिंग शहर में हुई. उनका बचपन परिवार के प्यार से भरा हुआ था, लेकिन ड्रग्स ने उनकी जिंदगी को तबाह कर दिया. नशे की लत ने उनकी जिंदगी पर कब्जा कर लिया, और वे खुद ड्रग्स बेचने लगीं ताकि वे अपनी जरूरत के लिए ड्रग्स और कुछ पैसे कमा सकें. 31 साल की उम्र में, उन्हें पहली बार ड्रग्स बेचने के आरोप में अदालत में पेश किया गया, और छह साल बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया.

अपनी जिंदगी के बारे में वो बताते हुई कहती हैं कि मैं अब उन महिलाओं के लिए काम करने लगी हूं, जो जेल में जिंदगी बिताने के बाद रिहा हुई हैं. उन कैदियों की जिंदगी को दोबारा ढर्रे पर लाना, उनके लिए रोजगार का बंदोबस्त करना मेरे काम है और अब यही मेरी जिंदगी है.

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