आखिर पोड़ी दल्हा क्यों नहीं पहुंचीं केन्द्रीय टीम, जल जीवन मिशन योजना की जांच में आने वाली थी केन्द्रीय जांच टीम

जांजगीर-चांपा। अकलतरा के पोड़ी दल्हा में जल जीवन मिशन योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए दिल्ली से केन्द्रीय टीम जांजगीर चांपा पहुंचीं लेकिन पोड़ी दल्हा में बिना जांच के यह टीम लौटने की तैयारी में हैं । विदित हो कि ठेकेदार द्वारा दो करोड़ की राशि का आचरण बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के कर लिया गया जबकि पोड़ी दल्हा में जल जीवन मिशन योजना से पानी नहीं आ रहा है बल्कि ग्रामीणों ने थककर अपनी अपनी व्यवस्था कर ली है यह भी विदित हो कि केन्द्रीय टीम के आने की खबर जिले के प्रमुख अखबारों में छपी थी जिसमें अवर सचिव आलोक जवाहर और सेक्सन आफिसर श्री कृष्णा द्वारा जांच करने की बात कही गई थी साथ यह कि जल जीवन मिशन में हुए प्रदेश स्तरीय भ्रष्टाचार में अकलतरा विधानसभा के दो गांवों को बतौर नमूना लिया गया
लेकिन जांच टीम पोड़ी दल्हा और कुरमा को छोड़कर अन्य गांवों में जांच करने पहुंची जहां कोई शिकायत नहीं थी । कहने का मतलब है कि केन्द्रीय जांच टीम आये थे हरिभजन को और ओटन लगे कपास वाली कहावत को चरितार्थ करते गए । लोगों को आशंका भी यही थी कि जांच टीम आयेगी और मोटी रकम लेकर चली जायेगी दरअसल आज कोई भी अफसर जब जांच टीम में शामिल किया जाता है तो वह सोच लेता है कि कितने में मानना है साथ ही यह भी विदित हो कि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी और व्यापारी भी यह मानते हैं कि हमें खबर छपने और शिकायत के बाद एक की जगह पांच देना होगा लेकिन हमारे भ्रष्टाचार की गाड़ी के लिए कोई नो एंट्री है ही नहीं , छोटे छोटे स्पीड ब्रेकर है जिन्हें पार करना मुश्किल नहीं होता है