भारतीय संस्कृति और परंपरा के विरूद्ध नजर आये सक्ती कलेक्टर ! सेेंडिल पहन कर की फसल बीमा रथ की पूजा अर्चना

सक्ती@मानस-वार्ता। भारतीय संस्कृति और परंपरा में हर शुभ कार्य में नारियल फोड़कर और पूजन अर्चन कर शुरू किया जाता है जिससे कार्य में दैवीय कृपा रहे और काम निर्विघ्न संपन्न हो जाये चूंकि नारियल फोड़कर निर्विघ्न संपन्न करने हम किसी न किसी देवी या देवता का आह्वान करते हैं तो ऐसे समय में लोग जूते चप्पल उतारकर ही नारियल फोडऩे और पूजन अर्चन का काम किया जाता है लेकिन ठीक इसके विपरीत आज सक्ती जिले में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने कृषि संकल्प अभियान चलाया जा रहा है जिसमें जिला कलेक्टर विकास तोपनों, जिला पंचायत सदस्य आयुष शर्मा और विभाग के अधिकारियों और सदस्यों की उपस्थिति में फसल बीमा रथ का नारियल फोड़कर शुभारंभ किया और हरी झंडी दिखाई इस दौरान कलेक्टर श्री तोपनो बकायदा चप्पल पहने नजर आये। जो शहर सहित जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। देखा जा रहा है कि कलेक्टर विकास तोपनों द्वारा सेंडल पहने हुए ही नारियल फोड़ा गया और उनके साथ उपस्थित अन्य अधिकारियों ने भी जूता पहने हुए ही फसल बीमा रथ की पूजा में भाग लिया है। कहा जाता है कि मुखिया जैसा करता है उसके बाकी सदस्य भी उसका अनुसरण करते हैं। अगर कलेक्टर ही अपने जिले में ऐसा उदाहरण पेश करेंगे तो बाकी लोगों से वे क्या अपेक्षा रखते हैं और अगर वे कहें कि भूलवश उनसे हो गया तो क्या जिला कलेक्टर जैसे उच्च पद पर आसीन व्यक्ति से ऐसी भूल की अपेक्षा की जा सकती?
