जांजगीर-चांपा में नए कानूनों पर अब होगी पुलिसिंग डिजिटल!, पुलिस अधिकारियों को मिला तकनीकी प्रशिक्षण

जांजगीर-चांपा। जिले में पुलिसिंग को आधुनिक और डिजिटल बनाने के लिए पुलिस लाइन स्थित प्रशिक्षण कक्ष में शनिवार को एक तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य था—नवीन आपराधिक कानूनों और तकनीकी नवाचारों को जमीनी पुलिसिंग से कैसे जोड़ा जाए, जिससे पारदर्शी और त्वरित न्याय सुनिश्चित हो सके।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया कि ई-साक्ष्य, ई-समंस, I.O. मितान और नए कानूनों जैसे—भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को लागू करने के लिए पुलिस को डिजिटल दक्षता से लैस करना जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “पारंपरिक पुलिसिंग को अब तकनीक से जोड़ने का समय आ गया है।”
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप ने कहा कि नए कानूनों में पीड़ितों के अधिकारों की सुरक्षा के साथ-साथ अपराध स्थल की वीडियोग्राफी, डिजिटल बयानों की रिकॉर्डिंग और केस ट्रैकिंग जैसी व्यवस्थाएं ऐतिहासिक बदलाव की ओर इशारा करती हैं। उन्होंने ई-समंस एप्लिकेशन की भी विस्तृत जानकारी दी, जिससे कोर्ट के समंस अब डिजिटल रूप से तामील किए जा सकेंगे।