तोमर ब्रदर्स पर बड़े एक्शन की तैयारी: पकड़े नहीं गए तो सीज होगी 70 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति

रायपुर। मारपीट, जबरन वसूली तथा ब्लैकमेलिंग के आरोपी वीरेंद्र तथा रोहित तोमर अब तक फरार हैं। अंडा ठेला लगाने वाले लोगों की खून-पसीने की कमाई लूट कर पाप का किला खड़े करने वाले तोमर भाइयों की वास्तविक संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाने पुलिस ने राजस्व विभाग के अफसरों को पत्र लिखा है। अब तक जब्त के साथ अन्य संपत्ति के बारे में पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक तोमर भाइयों की संपत्ति 70 करोड़ रुपए के करीब पहुंच गई है।एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के मुताबिक दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी हुई हैं। दो दशक पूर्व रायपुर की सड़कों पर खाक छानने वाले तोमर भाई वर्तमान में हाईप्रोफाइल लाइफ स्टाइल जिंदगी जी रहे हैं। तोमर भाइयों ने जो संपत्ति अर्जित की है, उनमें से ज्यादातर संपत्ति पाप की कमाई से अर्जित की है। दोनों भाइयों के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसने पुलिस उनके गुर्गों के साथ उनके मददगारों को हिरासत में लेने के साथ गिरफ्तारी कर रही है। बावजूद इसके दोनों सूदखोर भाई अब तक पुलिस पकड़ से बाहर हैं।
फरारी वारंट जारी कराकर संपत्ति अटैचमेंट दोनों सूदखोर भाइयों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके छिपने के संभावित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई कर रही है। बावजूद इसके दोनों भाई अब तक पुलिस पकड़ से बाहर हैं। दोनों भाइयों के नहीं पकड़े जाने की स्थिति में पुलिस दोनों भाइयों के खिलाफ कोर्ट में आवेदन पेश कर फरार घोषित कराएगी। फरार घोषित होने के बाद भी दोनों भाइयों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस सूदखोर भाइयों की संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई करने कोर्ट में आवेदन पेश करेगी। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सूदखोर भाइयों की संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई की जाएगी। सूदखोर भाइयों की करोड़ों की बेनामी संपत्ति मिलने के बाद पुलिस ने दोनों भाइयों के घर से जब्त सोने-चांदी के जेवर तथा कैश की डिटेल जानकारी आयकर विभाग के सुपुर्द करने का दावा किया था। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग को पुलिस ने तोमर भाइयों की अब तक प्राप्त संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं दी है। आयकर विभाग के अफसरों के अनुसार उनके पास जब तक कोई डिटेल नहीं आ जाती, तब तक वे किस आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
तोमर भाइयों के घर निगम ने चस्पा किया नोटिस
तोमर भाइयों द्वारा अपने स्वामित्व वाले मकान में एक हजार वर्गफीट में कार्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। कार्यालय निर्माण के लिए निगम से अनुमति ली गई है या नहीं इस संबंध में जोन कमिश्नर ने पूर्व में नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जवाब नहीं मिलने पर गुरुवार को निगम के अफसरों ने तोमर भाइयों के घर एक और नोटिस चस्पा किया है। नोटिस का जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।