छत्तीसगढ़

खारुन नदी में मिली दुर्गा-महाकाली की प्राचीन प्रतिमा, पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर दी गई जानकारी

रायपुर

राजधानी से लगे कांदुल गांव के पास से गुजरने वाली खारुन नदी से ग्रामवासियों को मां दुर्गा, महालक्ष्मी और अष्टभुजी मां कालिका की प्रतिमा मिली है। इन दुर्लभ मूतियों को दाई सतबहनिया गोधाम समिति के संचालक ने ग्रामवासियों के सहयोग से मंदिर निर्माण कर उसमें स्थापित करने की पहल की है। गोधाम समिति और कांदुल के ग्रामवासियों के सहयोग से देवी प्रतिमाओं को स्थापित करने मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। सदस्यों ने बताया, जनसहयोग से मंदिर निर्माण का कार्य 95 फीसदी पूरा हो गया है। प्राचीन मूर्तियों के संबंध में पुरातत्व विभाग के संचालक और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी गई है। अष्टभुजी कालिका माता की प्रतिमा पुरातत्व की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसका परीक्षण संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से कराने भेजा गया।

नेताओं को पत्र

माता की दुर्लभ प्रतिमाओं को विधि-विधान से नए मंदिर में स्थापित करने के संबंध में गोधाम समिति के संचालक सूरज कुमार यादव का कहना है, गांव कांदुल के अलावा आसपास के गांवों के लोग भी मातारानी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करना चाहते हैं। इस संबंध में ग्रामवासियों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह भगत, धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के नाम प्रेषित की गई है, जिसमें गांव कांदुल, काठाडीह, दतरेंगा, डोमा, मुजगहन के सरपंचों के हस्ताक्षर भी हैं।

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