पत्नी के मायके जाने से नाराज पति ने लगाई फांसी
कोरबा
जिले में शनिवार-रविवार दरम्यानी रात को एक शख्स ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। शनिवार शाम भी आत्महत्या का प्रयास कर चुका था, लेकिन किसी तरह उसे परिवार ने बचा लिया गया था। मगर देर रात उसने अपनी जान ले ही ली।
ओमप्रकाश ने कहा कि मामा से सुसाइड की कोशिश करने की वजह पूछने पर उन्होंने साफ-साफ कुछ नहीं बताया। उनकी पत्नी को भी घटना की जानकारी दी गई। उन्हें काफी समझाया गया कि वे दोबारा इस तरह का कदम उठाने की कोशिश नहीं करें। जब सब सामान्य हो गया, तो सबने खाना खाया और सोने के लिए चले गए। भांजे ने बताया कि देर रात उसके मामा ने तीनों बेटियों के कमरे को बाहर से बंद किया और बाहर फांसी के फंदे से लटक गए। सुबह बच्चों ने दरवाजा खोलना चाहा, तो वो बाहर से बंद मिला। खिड़की से बाहर देखने पर उन्हें पिता राजू फांसी के फंदे से लटके हुए नजर आए। तीनों बेटियों के शोर मचाने से लोग मौके पर पहुंचे और दरवाजा खोला।
घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के इमलीडुग्गू बस्ती का है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाला राजू वर्मा (40 वर्ष) पत्नी के मायके जाने से परेशान था। उसकी पत्नी तीज मनाने के लिए मायके गई थी। उसके तीनों बच्चे यहीं पिता के साथ थे। मृतक पेशे से पेंटर था। मृतक के भांजे ओमप्रकाश ने बताया कि उसके मामा राजू वर्मा कल नशे की हालत में घर लौटे थे। वे फांसी का फंदा लगाकर लटक ही गए थे कि उनकी बड़ी बेटी की नजर इस पर पड़ गई। उसने तुरंत शोर मचाया तो परिवार वाले दौड़े और उन्हें फांसी के फंदे से उतारा। किसी तरह उनकी जान बच गई।
पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। कोतवाली थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल मर्ग कायम कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि दो तरह की बात सामने आ रही है। एक तो कुछ लोग ये कह रहे हैं कि वो पत्नी के मायके जाने से परेशान था, उसे बार-बार बुला रहा था, लेकिन वो नहीं आ रही थी। तो वहीं दूसरी बात ये भी निकलकर सामने आ रही है कि उसे बचपन से सिकलिन (सिकल सेल) की बीमारी थी, जिससे परेशान होकर उसने खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया। थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों से पूछताछ में पता चला है कि मृतक को शराब पीने की भी लत थी।