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चालकों की कमी का सामना कर रही एयर इंडिया, बोइंग-777 विमानों के लिए प्रवासी पायलटों की होगी भर्ती

नई दिल्ली: एयर इंडिया को अंतरराष्ट्रीय परिचालन के विस्तार के लिए पायलटों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी अपने बोइंग-777 विमानों के लिए प्रवासी पायलटों को नियुक्त करने की योजना बना रही है।

सूत्रों ने बताया कि टाटा समूह के स्वामित्व वाली ये कंपनी अपने बड़े आकार वाले बोइंग-777 बेड़े के लिए करीब 100 पायलटों को नियुक्त करने पर विचार कर रही है। इसके लिए उसने विभिन्न एजेंसियों से संपर्क किया है, जो एयरलाइंस को प्रवासी पायलटों का दल मुहैया कराती हैं।

विमानन कंपनी एयर इंडिया सात दशकों तक सरकारी स्वामित्व में रही। इसके बाद जनवरी 2022 में इसका स्वामित्व फिर टाटा समूह के हाथ में आ गया। घाटे में चल रही एयर इंडिया ने लागत बचाने के लिए कई साल पहले प्रवासी पायलटों को काम पर रखना बंद कर दिया था। प्रवासी पायलटों की लागत भारत में काम करने वाले पायलटों की तुलना में अधिक होती है।

एक सूत्र ने बताया, एयर इंडिया पहले से ही पायलटों की कमी का सामना कर रही थी और अगले चार महीनों में बोइंग-777 के पांच विमानों को शामिल करने की हालिया घोषणा और अमिरका के लिए नई उड़ानों ने इस कमी को और बढ़ा दिया है। उन्होंने बताया कि एयर इंडिया प्रवासी पायलटों को भर्ती करने के लिए तैयार है।

सूत्रों ने कहा, ऐसी भी अटकलें हैं कि एयरलाइन 6 से 10 विमानों वाले बेड़े को शामिल करने पर विचार कर रही है, जिसके लिए अच्छी संख्या में पायलटों की आवश्यकता होगी।

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