छत्तीसगढ़

वनवास के दौरान भगवान श्रीराम को हुई पीड़ा को जानने, पैदल यात्रा पर निकला बंगाल का अक्षय भगत

गरियाबंद

आराध्य देव श्रीराम जी को वनवास के दौरान हुए कष्ट को जानने एवं युवाओं में श्रीराम के आदर्श को स्थापित करने के उद्देश्य से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बुर्दा गांव के 25 वर्षीय युवक अक्षय भगत अयोध्या से पैदल यात्रा पर निकले हुए हैं । इससे पहले बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान को लेकर साइकिल से भारत यात्रा कर चुके हैं, साथ ही अफ्रीका के चार देश केनिया , यूगांडा ,रवांडा ,तंजानिया,सहित बांग्लादेश की यात्रा साइकिल से पूरी की है। अब प्रभु श्रीराम के वन गमन मार्ग से यात्रा करते हुए श्रीलंका तक सफर करेंगे। अक्षय भगत अयोध्या होते हुए प्रयागराज , चित्रकूट ,सतना छत्तीसगढ़, पंचवटी, हम्पी होते हुए रामसेतु तक यात्रा करेंगे। तीन हजार किलोमीटर से ज्यादा का यह सफर तय करने में चार से पांच माह का समय लगेगा। अक्षय भगत के राजिम पहुंचने पर हिंदू संगठनों ने उनका स्वागत किया इसके अलावा पूर्व सांसद चंदूलाल साहू भी उनका स्वागत कर सफल यात्रा की शुभकामनाएं दी।

See also  नवजात को जंगल में छोड़ गई कलयुगी मां, ग्रामीणों को झाड़ियों में रोता मिला बच्चा

Related Articles

Leave a Reply