छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

पोड़ी दल्हा में अब तक नहीं बना श्मशान घाट : आज भी अंतिम संस्कार के लिए कीचड़युक्त खेतों से गुजरना पड़ता है, देखे वीडियो…

जांजगीर-चांपा। अकलतरा के ग्राम पोड़ी दल्हा में श्मशान भूमि को ग्रामीणो को कैसा कष्ट उठाना पड़ता है उसकी बानगी बरसात में प्रशासन देख चुका है। इसके लिए गांव वालों द्वारा चक्का जाम भी किया गया था। उस समय प्रशासनिक अधिकारियों ने श्मशान घाट बनाने का आश्वासन देकर चक्का जाम समाप्त करवाया था। बरसात खत्म हुई और ठंड आयी अब गर्मी शुरू होने वाली है लेकिन पोड़ी दल्हा के सतनामी समाज की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिखाई दे रही है आज भी पोड़ी दल्हा का सतनामी समाज अंतिम संस्कार करने खेतों के कीचड भरे रास्ते से चलने को मजबूर हैं ।

विदित हो कि पोड़ी दल्हा में बरसात के समय पोड़ी दल्हा में एक मौत हो गई थी और जब परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर गये तो खेतों में पानी भरा था क्योंकि बरसात का मौसम था और चार लोग कंधे में शव लेकर उबड़-खाबड़ खेतों में चले तो क्या हाल होगा , यह आसानी से समझा जा सकता है । इस मामले में नगर और जिला के सभी प्रमुख अखबारों ने इस मामले को अखबारों में बहुत छापा गया । उस समय जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे और एसडीएम विक्रांत अंचल ने इस मामले में आश्वासन दिया कि बरसात के बाद श्मशान घाट का निर्माण किया जाएगा लेकिन बरसात के बाद श्मशान घाट के निर्माण के लिए जिस भूमि को समतल किया जा रहा था उस भूमि पर गांव के निर्मलकर समाज द्वारा खेती की जा रही थी और इस मामले में उन लोगों द्वारा शिकायत की गई थी ।

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इस मामले में तहसीलदार कृष्ण कांत जायसवाल द्वारा जांच की गयी और जांच के दौरान इतना हंगामा हुआ कि तहसीलदार द्वारा जांच अधूरी छोड़ दिया गया। उसके बाद समय बीत गया लेकिन दोबारा प्रशासन द्वारा इस मामले में पहल नहीं की गई । अब फिर से एक मौत सतनामी समाज में हुई है और फिर वही परिदृश्य दोहराया जा रहा है लेकिन प्रशासन को शायद इतने छोटे से काम के लिए किसी बड़े हंगामे का इंतजार है और यह हंगामा जल्द ही होगा और फिर सतनामी समाज हंगामे के लिए कुख्यात है।

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