छत्तीसगढ़

बच्चा चोरी के शक में साधुओं की जमकर पिटाई

दुर्ग

जिले में बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने साधुओं की जमकर पिटाई कर दी। लोगों ने लात-घूंसों और डंडों से साधुओं को इतना मारा कि एक साधु का सिर फट गया है। वहीं 2 और साधु भी बुरी तरह से घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक चरोदा क्षेत्र में कहीं से तीन साधु आ रहे थे। उसी दौरान किसी ने हल्ला करना शुरू कर दिया कि ये साधु बच्चा चोरी करते हैं। इसके बाद कुछ युवकों ने उन साधुओं को पीटना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे लोगों की भीड़ वहां जुट गई। कई लोग एक साथ दौड़ते हुए मौके पर पहुंच गए और साधुओं को जमकर पीट दिया।

इसी दौरान किसी ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। कुछ ही देर बाद पुलिस का एक जवान मौके पर पहुंचा और उसने किसी तरह से तीनों साधुओं को एक टैक्सी में बिठा दिया। दूसरे पुलिस कर्मियों को मौके पर बुलाया गया। तब तक भीड़ उस टैक्सी तक भी पहुंच गई और वहां भी साधुओं को मारा गया। मामला भिलाई-03 थाना क्षेत्र का है। इधर, पुलिस का कहना है कि शराब के नशे में बेवजह ही इनसे मारपीट की गई है। पिटने वाले तीनों साधु राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं।

भिलाई तीन थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह 11-12 बजे के बीच की घटना है। लेकिन हैरानी की बात है कि ये मामला सामने नहीं आ सका था। पुलिस ने भी केस दर्ज नहीं किया था। गुरुवार को जब इस पिटाई का वीडियो वायरल हुआ, तब पूरे घटनाक्रम की जानकारी सामने आई है। इस मामले में एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मामले की पूरी जानकारी ली है। उन्होंने टीआई मनीष शर्मा को फटकार लगाते हुए मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और बलवा का केस दर्ज किया है। पुलिस इस केस में 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है।

बताया गया है कि जिन साधुओं की पिटाई की गई है वह राजस्थान के रहने वाले हैं। इनका नाम राजबीर सिंह, अमन सिंह और श्याम सिंह है। तीन रेलवे क्षेत्र चरोदा में काफी समय से किराए का मकान लेकर रह रहे थे। यहां वे राशन और कपड़े मांग कर अपना जीवन गुजारा कर रहे थे। टीआई का कहना है कि उन्हें इन साधुओं की कोई संदिग्ध गतिविधि अब तक नहीं मिली है। पब्लिक ने बच्चा चोरी का आरोप लगाकर इन्हें क्यों मारा, इसकी जांच की जा रही है।

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