छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर, जीत के बाद भी विधायकों को रोकना होगी बड़ी चुनौती
रायपुर
एग्जिट पोल के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बहुमत हासिल कर रही है. यानी एक बार फिर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बन सकती है. लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की राह आसान नहीं होगी. एग्जिट पोल में कांग्रेस को 45 से 50 सीटें मिलती दिख रही है. जबकि भाजपा को 40 से 42 सीटें मिल रही है. ऐसे में कांग्रेस को अपने विधायकों को लेकर हॉर्स ट्रेडिंग की चिंता सता रही है. राजनीति के जानकारों का कहना है कि जरूरी नहीं कि एग्जिट पोल के आंकड़े सही हो लेकिन इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता. यदि कांग्रेस मार्जिन के साथ जीत दर्ज करेगी तो आगे उसके लिए मुश्किल होगी.
सीटों का ज्यादा अंतर नहीं होने पर हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना: राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है “छत्तीसगढ़ एग्जिट पोल में भाजपा को 42 और कांग्रेस को 46 सीट मिल रही है ऐसे में उनके बीच सीटों का ज्यादा अंतर नहीं है. यदि चुनाव परिणाम बहुमत से चार-पांच सीट ऊपर नीचे रहे तो प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में काफी बदलाव आ सकता है. ऐसे में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना बढ़ जाती है.”
मतगणना के बाद सही कूटनीति का समय होगा. इस दौरान विधायक तोड़ने और सत्ता बचाने के लिए पार्टियां नई नई रणनीति तैयार करेगी. राजनीति में बड़े बड़े खरीदार मौजूद हैं. पैसे से बहुमत वाली पार्टी के विधायक तोड़ने में समय नहीं लगेगा
– उचित शर्मा, राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार
उचित शर्मा ने बताया कि “भाजपा में हॉर्स ट्रेडिंग जैसी स्थिति कम ही देखने को मिली है लेकिन कांग्रेस में इसके कई उदाहरण देखे गए हैं. मध्य प्रदेश में भी इसी तरह की स्थिति थी. यही वजह है कि कांग्रेस के पास बहुमत होने के बाद अपने विधायकों को सहेजकर कर रखना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा
3 दिसंबर को मतगणना के बाद ऑपरेशन लोटस ओर हॉर्स ट्रेडिंग जैसी संभावना को देखते हुए कांग्रेस ने पहले से ही जीतने वाले विधायकों के लिए फरमान जारी कर दिया है. पार्टी की ओर से जारी फरमान में कहा गया है कि परिणाम आने के बाद सर्टिफिकेट लेते ही जीतने वाले सभी विधायक रायपुर पहुंचेंगे. वे देर रात या फिर दूसरे दिन सुबह तक रायपुर पहुंच सकते हैं. इस फरमान के बाद कयास लगाया जा रहा है कि जीते हुए सभी विधायकों को एक साथ रखने पार्टी ने यह निर्णय लिया है. जिससे ऑपरेशन लोटस और हॉर्स ट्रेडिंग जैसी संभावना से विधायकों को बचाया जा सके.
छत्तीसगढ़ में भाजपा का ऑपरेशन लोटस नहीं होगा सफल: एक तरफ कांग्रेस अपने विधायकों को बचाने कोशिश में लगी हुई है तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने बहुमत से प्रदेश में सरकार बनाने का दावा किया है. शैलजा ने कहा कि भाजपा ने कई राज्यों में ऑपरेशन लोट्स चलाने की कोशिश की है लेकिन छत्तीसगढ़ में वे सफल नहीं होंगे. एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिलेगी. शैलजा ने कांग्रेस की जीत के बाद सीएम चेहरे पर पार्टी नेतृत्व के द्वारा फैसला करने की बात भी कही.