नौकरी लगाने का झांसा देकर मामी ने भांजे से की 50 लाख की धोखाधड़ी
दुर्ग भिलाई
जिले के भिलाई 3 थाना क्षेत्र में खाद्य निरीक्षक की नौकरी लगवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी की शिकायत मिली है. पीड़ित से धोखाधड़ी करने वाली और कोई नहीं बल्कि उसकी मामी ही है. आरोपी मामी ने अपने ही भांजे को नौकरी का झांसा देकर 50 लाख रुपये की ठगी की है. इसमें महिला के साथ दो और आरोपी भी शामिल हैं. शिकायत मिलने पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई कर रही है.
सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर धोखाधड़ी: भिलाई 3 थाना के टीआई अंबर सिंह ने बताया, “साल 2022 में पीड़ित गजेंद्र लहरे की मामी सुनीता सोनवानी ने उसकी आरोपियों से मुलाकात कराई थी. इस दौरान दूसरे आरोपी नरेंद्र देशलहरे ने मंत्रालय में अपनी पहुंच बताकर गजेंद्र की खाद्य निरीक्षक पद पर नौकरी लगवाने की बात कही. जिसके लिए उसने 50 लाख रुपये में बात पक्का कर लिया. जिसके बाद पीड़ित ने 17 फरवरी 2022 को 25 लाख रुपये और फिर 01 अगस्त 2022 को 25 लाख रुपये आरोपियों को दिया.
नौकरी की आस में भांजे ने अपनी मामी को 50 लाख रुपये दिए थे. लेकिन जब पीड़ित गजेंद्र की नौकरी नहीं लगी तो उसने आरोपियों से रुपये लौटाने के लिए कहा. जिस पर आरोपियों ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया और उल्टे जान से मारने की धमकी देने लगे. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की. तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है. – अंबर सिंह, टीआई, भिलाई 3 थाना
नौकरी पाने बेचा घर और जमीन: पीड़ित गजेंद्र लहरे ने अपनी जमीन और घर बेचकर सरकारी नौकरी के लिए अपनी मामी को 50 लाख रुपये दिए थे. पहले किश्त के लिए उसने अपने पिता के साथ मिलकर 25 लाख रुपये में जमीन बेची. इसके बाद पीड़ित ने अपना घर बेचकर दूसरी किश्त 25 लाख रुपये दिए. कुल 50 लाख रुपये देने के बाद भी पीड़ित की नौकरी नहीं लगी और आरोपियों ने भी पैसे नहीं लौटाए. जिसके बाद पीड़ित गजेंद्र ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज: चरोदा निवासी गजेंद्र लहरे की शिकायत पर उसकी मामी सुनीता सोनवानी, सहायक ग्रेड तीन कर्मचारी नरेंद्र देशहलरे और उसकी पत्नी निवेदिता देशलहरे के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत केस दर्ज किया है. भिलाई 3 थाना पुलिस केस की जांच कर रही है.