छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में विदेशी ड्रग्स खपाने वाले दिल्ली से गिरफ्तार

रायपुर

छत्तीसगढ़ के प्रोफेसर गैंग को ड्रग्स सप्लाई करने वाले चार से ज्यादा आरोपियों को रायपुर पुलिस ने दिल्ली से पकड़ा है। आरोपियों से ड्रग्स, कैश, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पुलिस ने बरामद किया है। आरोपियों को सड़क के रास्ते दिल्ली से रायपुर लाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उनका कहना है कि पूछताछ करने के बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में दिल्ली से रेल मार्ग से ड्रग्स लाई जाती थी। इसके बाद कूरियर के जरिए इस कारोबार के मास्टरमाइंड तक ड्रग्स पहुंचती थी।

पुलिस खुद कस्टमर बनकर पहुंची और गैंग को पकड़ा
तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए पांच दिन पहले रायपुर पुलिस की टीम ने दिल्ली में कैंप लगाया था। प्रोफेसर गैंग से पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर कैंप कर रही टीम ने लोकल पॉइंटर लगाया और उसके साथ खुद खरीददार बनकर घूमे। ​​​​​पॉइंटर से तस्करों ने संपर्क किया और तो कैंप कर रही टीम के सदस्य खुद कस्टमर बनकर पहुंचे। इसके बाद आरोपियों की घेराबंदी कर धर दबोचा। पहले दो आरोपी गिरफ्त में आए और उसके बाद बाकी आरोपियों को अलग-अलग ठिकाने से पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार किया है।

दो पैडलर से पूछताछ के बाद पकड़ा गया मास्टरमाइंड
रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने 13 मई को खम्हारडीह इलाके में ड्रग्स सप्लाई करने के आरोप में पैडलर कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा को पकड़ा था। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने पैडलर आयुष अग्रवाल और सप्लायर होटल कारोबारी महेश सिंह को पकड़ा था। गिरोह का मास्टरमाइंड आयुष अग्रवाल उर्फ प्रोफेसर था।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पूरा नेटवर्क
आयुष, महेश सिंह उर्फ नेपाली के दिल्ली से भेजे गए कोकीन, एमडीएमएम, पिल्स और इंजेक्शन को रायपुर, बिलासपुर और भिलाई में सप्लाई करता था। आरोपियों ने ड्रग्स का कारोबार करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पूरा नेटवर्क बनाया था। नेटवर्क में ही ड्रग यूजर्स आयुष से संपर्क करते और पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करते थे।पैसे आने के बाद आयुष , कुसुम हिंदुजा उर्फ लूसीफर और चिराग शर्मा उर्फ बर्लिन की मदद से ग्राहक के बताए ठिकाने से कुछ दूरी पर छोड़ते थे। इसके बाद ग्राहक को ड्रग्स रखने वाली जगह का फोटो भेजकर लापता हो जाते थे।ड्रग्स सप्लायर्स और तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और दिल्ली में माल सप्लाई करने वाले नाइजीरियन गिरोह की जानकारी जुटाई। इसके बाद रायपुर पुलिस ने दिल्ली में कैंप किया और वहां पर सक्रिय मुखबिरों की मदद से चार से ज्यादा आरोपियों को पकड़ा है।

कूरियर की मदद से प्रोफेसर तक पहुंचता था ड्रग्स
सप्लायर होटल कारोबारी महेश सिंह दिल्ली में किराए का होटल चलाता है। इसी दौरान वह नाइजीरियन गैंग के सपंर्क में आया और आयुष अग्रवाल को दिल्ली से ट्रेन के जरिए नशीली सामग्री भेजने लगा। महेश सिंह का आदमी रायपुर पहुंचता था और कूरियर की मदद से आयुष अग्रवाल के पास ड्रग्स पहुंचाता था।वही ड्रग्स आयुष अपने ग्राहकों को बेचता था। आयुष अग्रवाल उर्फ प्रोफेसर ने पुलिस की पूछताछ में चार महीने से ड्रग्स बेचने की बात कबूल की है। आयुष ने ये भी बताया, कि वह ड्रग्स लेने पैडलर कुसुम हिंदुजा के साथ दो बार दिल्ली भी गया था।पुलिस की पूछताछ में प्रोफसर गैंग ने होटल, पब और फार्म हाउस में ड्रग्स सप्लाई करने की बात स्वीकारी है। आरोपी उन लोगों के संपर्क में ज्यादा रहते थे, जो टेक्नो पार्टी और आफ्टर पार्टियों का आयोजन करवाते थे। ये लोग प्रोफेसर गैंग के बड़े ग्राहक थे और बल्क में ड्रग्स खरीदते थे। आरोपी अपने ग्राहको को साढ़े तीन हजार से लेकर 25 हजार तक का ड्रग्स सप्लाई करते थे। इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पूरी रेट लिस्ट बनाकर रखी थी। इसी रेट लिस्ट को देखकर कस्टमर ड्रग्स की मात्रा बुक करके भुगतान करता था। इसके बाद ऑर्डर डिलीवर किया जाता था।

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