चुनाव प्रचार का शोर थमा, मंगलवार को मतदान

आज से नगरीय निकाय चुनाव प्रचार का शोर थम जायेगा और मंगलवार 11 फरवरी को मतदान होगा । इसके साथ ही कल सुबह 11 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए ड्यूटी पर लगे अधिकारी कर्मचारी भी अपने-अपने निर्धरित ड्युटी जगह पर पहुंच जायेंगे जहां से उन्हें बस लेकर विभिन्न मतदान बूथों में छोड़ेगा और मतदान के बाद शाम को वापस बस से स्ट्रांग रूम तक लायेगा जहां से उनसे ईवीएम मशीन लेकर कड़ी सुरक्षा में रखा जायेगा । अकलतरा नगरीय निकाय और उसके साथ होने वाले निकायों में चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने भरपूर प्रचार प्रसार कर लिया है हालांकि यह समय उनके हिसाब से कम ही था । अब वे शोर के स्थान पर शांति से चुपचाप अपने अपने मतदाताओं को साधेंगे। राजनीति की भाषा में यही वह समय जब मतदाताओ को बांधा जाता है जैसे विद्यार्थी जीवन में ताज़ा पढ़ा हुआ याद रहता है और पुराना भूल जाता है। इन्हीं दो अंतिम दिनों में प्रत्याशी जोड़-तोड़ की राजनीति भी करता है जो राजनीति की भाषा में जायज है ।
अकलतरा विधानसभा क्षेत्र में तृतीय लिंग मतदाता तीन
चार अध्यक्ष और 60 पार्षद प्रत्याशियों के लिए 19485 मतदाता अपना मत दान करेंगे जिसमें 9940 महिला मतदाता और 9543 पुरुष मतदाता है इसका मतलब यह है कि महिला मतदाता यहां ज्यादा है । इसके साथ ही अकलतरा में दो तृतीय लिंग मतदाता हैं तो बलौदा में एक तृतीय लिंग मतदाता हैं । यह भी विदित हो कि 1994 में किन्नर समुदाय को वोट देने का अधिकार मिला और उन्हें तृतीय लिंग या अन्य कहा गया । 1998 में मध्यप्रदेश से शबनम मौसी नाम की तृतीय लिंग ने विधानसभा में अपनी जगह बनाई उसके बाद तृतीय लिंग को राजनीति में उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज कराते नहीं देखा गया है। हालांकि एक तृतीय लिंग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ खड़े होने का साहस किया था पर शायद क्रिकेट और राजनीति में भारतीय केवल पुरुषों को ही पसंद करते हैं।