रायपुर। रेलवे की रीढ़ माने जाने वाले लोको रनिंग स्टाफ ने आज अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय देशव्यापी धरना-प्रदर्शन का आह्वान किया था. धरना-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे लोको स्टाफ में से कोई तबीयत खराब होने, तो कोई घर में काम होने तो कोई अन्य समस्या बताकर पहुंचे थे. विरोध-प्रदर्शन के बाद मांगों के संबंध में रायपुर डीआरएम को ज्ञापन सौंपा.
रायपुर डिवीजनल अध्यक्ष आरके विश्वकर्मा ने बताया कि आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन लोको रनिंग स्टाफ की विभिन्न लंबित समस्याओं को लेकर आज एक दिवसीय प्रदर्शन किया जा रहा है. लोको रनिंग कर्मचारी रेलवे की रीढ़ है. वह तन-मन से रेलवे की सेवा करता है, लेकिन कुछ दिनों से वर्किंग को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है, जो कि संरक्षा और सुरक्षा की दृष्टि से कर्मचारी एवं रेलवे के हित में नहीं है. हमने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है, जल्द मांगें पूरी नहीं हुई तो निरंतर आंदोलन करेंगे, और 18 अक्टूबर को हम रेल भी रोक सकते हैं.
रायपुर डिवीजनल सेक्रेटरी केपी हिरवानी ने बताया कि लोको पायलट को तैयार करने में 8 से 10 साल का वक्त लगता है. लेकिन समय होने के बाद भी हमसे काम करवाया जाता है. गाड़ी चलाने में भी कई प्रकार की समस्याएं होती हैं. इन्हीं समस्याओं को लेकर आज एक दिवसीय प्रदर्शन किया जा रहा है. रायपुर डीआरएम ऑफिस के सामने प्रदर्शन के अलावा बिलासपुर, नागपुर के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में यह धरना दिया जा रहा है. अगर मांगे पूरी नहीं होंगी तो हम रेल बंद कर कर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे.