देश

विदेश में गूंजेगी ऑपरेशन सिंदूर की गूंज, 8 देशों के लिए इन सांसदों को मिली जिम्मेदारी

नई दिल्ली

आपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब देने के बाद वैश्विक मंचों पर भारत का पक्ष रखने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है, जिसके तहत सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसद वैश्विक मंचों पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान की तरफ से लगातार फैलाए जा रहे झूठ और प्रोपेगेंडा को विश्व समुदाय के सामने उजागर करेंगे.

इस योजना के तहत अलग-अलग टीमें 8 प्रमुख देशों का दौरा करेंगी, जिसमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर अमेरिका और यूरोप जाने वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. शिवसेना (शिंदे ) की पार्टी से सांसद श्रीकांत शिंदे मिडल ईस्ट और अफ्रीका के देशों में जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अपने हाथ में लेंगे, वहीं बीजेपी सांसद विजयंत जय पांडा ईस्टर्न यूरोप जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की जिम्मेदारी लेंगे.

दिखेगी एकजुटता की मिसाल
संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने सभी राजनीतिक दलों से बातचीत के बाद मीडिया को बताया कि इस कार्यक्रम के तहत न सिर्फ भारत अपना पक्ष रखेगा बल्कि देश की एकजुटता की मिसाल पूरी दुनिया देखेगी. कि यह ऑपरेशन न सिर्फ सरकार और सेना की कार्यवाही है बल्कि पूरे देश की आवाज ,मांग और आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा में उठाया गया कदम था. जिन सांसदों पर सरकार ने ये बड़ी जिम्मेदारी दी है ये किसी एक दल से नहीं बल्कि अलग-अलग राजनीतिक दलों से संबंध रखते हैं, जिससे इस मुद्दे पर राष्ट्रीय भावना साफ तौर पर देखी जा सकती है.

कौन-कौन सांसद होंगे शामिल-
प्रेमचंद गुप्ता, आरजेडी
संजय झा, जेडीयू, जापान जाएंगे
रविशंकर प्रसाद, बीजेपी, मिडिल ईस्ट जाएंगे
विजयंत जय पांडा, बीजेपी
अनुराग ठाकुर – बीजेपी
बृजलाल, बीजेपी
तेजस्वी सूर्या, बीजेपी
अपराजिता सारंगी, बीजेपी
राजीव प्रताप रूडी, बीजेपी
डी पुरंदेश्वरी – बीजेपी
श्रीकांत शिंदे – शिवसेना शिंदे
सुप्रिया सुले – एनसीपी (शरद पवार)
सस्मित पात्रा – बीजेडी
समिक भट्टाचार्य- बीजेपी
मनीष तिवारी – कांग्रेस
शशि थरूर – कांग्रेस
अमर सिंह- कांग्रेस
प्रियंका चतुर्वेदी – शिवसेना (उद्धव गुट)
जॉन बिट्स- सीपीआई एम
ओवैसी- AIMIM

सांसद कब होंगे रवाना
जानकारी के मुताबिक, हर प्रतिनिधिमंडल में लगभग आधा दर्जन सांसद शामिल होंगे, जिनके तहत विदेशी सरकारों, थिंक टैंको, मीडिया संस्थानों और नीति-निर्माताओं को यह बताना मकसद होगा कि कैसे पाकिस्तान दुनियाभर के आतंकवाद के पनाहगार और मददगार के रूप में नुकसान पहुंचा रहा है. साथ ही यह भी लक्ष्य होगा कि बताया जाए कि भारत ने कैसे अपनी सीमित करवाई के तहत पाकिस्तानी आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर पर सटीक हमला करते हुए अपने नागरिकों की रक्षा की है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में 20 सांसद शामिल होंगे और ये प्रतिनिधि मंडल 22 मई के बाद विदेशी दौरों के लिए रवाना होगा.

Related Articles

Leave a Reply