जांजगीर चांपा

पावर प्लांट तोड़फोड़-आगजनी मामले में 400 FIR, 25 पुलिसकर्मी घायल, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

जांजगीर/चांपा

अटल बिहारी बाजपेई ताप विद्युत परियोजना के मड़वा गेट पर भीतर गार्ड रूम के पास कलेक्टर एसपी आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर रहे थे, तभी बाहर उग्र भीड़ नारेबाजी के साथ मुख्य गेट को तोड़कर भीतर घुसने का प्रयास करने लगी। ऐसे में बड़ी संख्या में तैनात पुलिस फोर्स ने पानी बौछार कर आंदोलनकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया। भीड़ ने बसों में तोड़फोड़ कर चार पहिया वाहन को भी आग के हवाले कर दिया। इसे नियंत्रित करने पुलिस ने लाठियां चलाई। रात तक मड़वा गेट के सामने तनाव का माहौल बना रहा। अटल बिहारी बाजपेई ताप विद्युत परियोजना मड़वा तेंदूभाटा के भू विस्थापित संविदा कर्मचारी नियमितीकरण सहित 5 सूत्रीय अन्य मांगों को लेकर पिछले 27 दिनों से आंदोलन पर हैं। सुनवाई नहीं होने पर नए साल में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी और इसी के तहत 1 जनवरी से पावर प्लांट के मुख्य द्वार के सामने बैठ कर आंदोलन किया जा रहा है। रविवार 2 जनवरी को आंदोलनकारियों के प्रतिनिधि मंडल और प्लांट के अफसरों के बीच समझौता बैठक आहूत की गई थी। इस बैठक में आंदोलनकारी भूविस्थापित संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल और मडवा परियोजना के स्थानीय अधिकारियों के साथ राजधानी रायपुर से उच्च अधिकारी और एमडी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे। बैठक अपराह्न 4 बजे प्रारंभ हुई। इस दौरान बाहर आंदोलनकारी अपने परिवार के साथ गेट पर डटे रहे। बताया जाता है कि इस बीच प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच बात नहीं बनने संबंधी खबरों को लेकर बाहर जुटी भीड़ नारेबाजी के साथ उग्र प्रदर्शन करने लगी। स्थिति को भांपते हुए प्रबंधन द्वारा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कराया गया था। इस बीच पुलिस ने आंदोलनकारियों को खदेड़ने पानी की बौछार की तो आंदोलनकारी भड़क उठे और वे पथराव शुरू कर करते हुए बाहर खड़े वाहनों में तोड़फोड़ करने लगे। इस दौरान एक बस में तोड़फोड़ हुई और एक चार पहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया गया। ऐसी स्थिति में भीड़ को नियंत्रित करने पुलिस ने भी बल प्रयोग किया तो स्थिति और बिगड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक भीड़ को खदेड़ने पुलिस ने लाठियां चलाई तो आंदोलनकारियों ने भी उग्र प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर पथराव किए और कुछ पुलिसवालों को घेर कर उन पर डंडे भी चलाए। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए जिला मुख्यालय से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ आला अधिकारी पहुंचे और उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के साथ हालात को नियंत्रित करने में लगे रहे। उग्र भीड़ को नियंत्रित करने बड़ी संख्या में पुलिस बल डटा रहा और स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

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