थाने में फांसी पर लटका मिला युवक, थाने में बवाल जारी….
बलरामपुर। जिला मुख्यालय बलरामपुर के थाने के बाथरूम में गुरुवार की दोपहर गुरुचंद मंडल (32) की फांसी पर लटकी लाश मिली। मृतक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। पत्नी के रहस्यमय ढंग से लापता हो जाने के मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने गुरुवार को उसे थाने में बुलाया था। इसी बीच गमछे से फांसी लगे स्थिति में उसका शव मिला। घटना से गुस्साई भीड़ ने थाना में तोड़फोड़ की। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। जबाब में पुलिस आंसू गैस छोड़े और लाठी चार्ज किया। बलरामपुर में बड़ी संख्या में पुलिस बल को सुरक्षा में तैनात किया गया है।
बलरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सन्तोषीनगर निवासी गुरुचंद मंडल की पत्नी रीना मंडल लगभग 20 दिनों से लापता है। गुरुचंद ने पत्नी के लापता होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई है। बलरामपुर थाने में गुम इंसान का प्रकरण पंजीकृत कर जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने पति को संदेही मानकर उससे पूछताछ शुरू की थी। गुरुवार को उसे बलरामपुर कोतवाली थाने में बुलाया गया था। उससे पूछताछ की जा रही थी। दोपहर लगभग 03:30 बजे थाने के बाथरूम में उसकी फांसी पर लटकी लाश मिली। हिरासत में मौत से पुलिस विभाग में खलबली मच गई। संदेही को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाना में तोड़फोड़, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत की खबर से बलरामपुर में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर टायर जलाकर जाम कर दिया। पुलिस के रवैय्ये पर कड़ी नाराजगी जताते हुए भीड़ ने थाने का घेराव कर दिया। थाने के भीतर घुसने का प्रयास कर रहे भीड़ को रोकने के लिए थाने के मुख्य प्रवेश द्वार को बन्द कर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। आलाधिकारी भीड़ को समझाइश देने का प्रयास करते रहे लेकिन उग्र भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ शुरू कर दी। वाहनों में पथराव किया। पुलिस ने आंसू गैस छोड़ भीड़ को खदेड़ने लाठी चार्ज किया। घटना के समय मृतक के पिता भी थाने में ही मौजूद थे। उन्हें बाहर निकालने की मांग भीड़ द्वारा की जा रही थी।
लगातार बुलाया जा रहा था पूछताछ के लिए
पत्नी के लापता होने के मामले में पति को संदेही मानते हुए पुलिस गुरुचंद मंडल को लगातार पूछताछ के लिए थाने बुला रही थी। सुबह छह बजे से लेकर देर शाम तक थाने में ही बैठाया जा रहा था। पूछताछ के नाम पर थाने में प्रतिदिन बुलाए जाने से वह तीन दिनों से तनाव में था। बुधवार दोपहर उसे फिर थाने बुलाया गया था। इस बार उसके पिता भी साथ थे। इसी बीच गुरुवार दोपहर फांसी पर लटकी उसकी लाश थाने में ही मिली।
पुलिस की जांच में सहयोग कर रहा था मृतक
स्वास्थ्य कर्मचारी की हिरासत में मौत से विभागीय कर्मचारियों में गुस्सा है। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने भी थाने पहुंचकर घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डीपीएम स्मृति एक्का ने कहा कि गुरुचंद मंडल पुलिस की जांच में लगातार सहयोग कर रहा था। थाने में पुलिस अधिकारी- कर्मचारी रहते हैं। इस सुरक्षित स्थान पर घटना हुई है। संदिग्ध परिस्थितियों में हमारे कर्मचारी की मौत हुई है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए