राष्ट्र आज वर्तमान ही नहीं भविष्य में पैदा होने वाले संतानों की भी चिंता करता है: स्मृति इरानी
रायपुर
राष्ट्र आज वर्तमान ही नहीं भविष्य में पैदा हाने वाली संतानों की भी चिंता करता है, यह बात केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने शनिवार को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की आठ साल की उपलब्धियों की समीक्षा के लिए रायपुर में आयोजित जोनल और सब-जोनल मीटिंग में कही। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत ढाई कराेड़ महिलाओं को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में उलब्ध कराई गई है ताकि माताएं गर्भावस्था के दौरान जांच, टीकारण के लिए जब भी अपने काम अथवा व्यवसाय से अवकाश लेकर अस्पताल जाएं तो उनको प्रोत्साहन मिल सके । राष्ट्र, वर्तमान में गर्भवती माताओं की ही नहीं, अपितु भविष्य में उत्पन्न् होने वाले संतानों की भी चिंता करता है।
सभा में उपस्थित महिला प्रतिभागी सुश्री बबिता की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जब देश और समाज अपनी संस्कार अपनी सभ्यता के कारण सार्वजनिक रूप से महिलाओं के मासिक धर्म पर चर्चा नहीं करता था, वहां बबिता जैसी स्वयंसेवी महिलाएं अपने गांवों में और अपने समाज में जाकर खुलकर मासिक धर्म की चर्चा कर रही हैं और समाज को जागरूक कर रही हैं। बेटियों का बेखौफ होकर बोलना ही हमारी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं की सबसे बड़ी सफलता है। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जब लाल किले की प्राचीर से कहा था कि जनऔषधि केन्द्रों से एक रुपये में प्रति सेनेटरी पैड उपलब्ध कराएंगे, तो आज हम सभी माताओं और बहनों को मासिक धर्म की सुरक्षा के लिए उनके संकल्प अनुसार सेनेटरी पैड उपलब्ध करवा पा रहे हैं ।
उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को जानकर हैरानी होगी कि वर्ष 1970 लेकर 2018 तक आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषणता की जांच करने के लिए कोई ग्रोथमानिटरिंग डिवाइस उपलब्ध नहीं था । प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी अभिनंदन के पात्र हैं जिन्होंने न केवल वर्ष 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत की बल्कि सभी आंगनवाड़ियों में मोबाइल/ ग्रोथमानिटरिंग डिवाइस की सुविधा उपलब्ध कराई ताकि सभी माताओं और बच्चों के पोषण संबंधी जानकारियों को संकलित किया जा सके ।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि यह हर्ष का विषय है कि वर्ष 2018 से अब तक लगभग 01 करोड़, 80 लाख बच्चों का डेटा, देशभर के 14 लाख आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से ट्रैक किया जा चुका है । आंगनवाड़ियों की दीदियों, केन्द्र और राज्य के सभी संस्थाओं का हार्दिक आभार है, जिन्होंने पोषण को एक जनआंदोलन बना दिया ।
छत्तीसगढ़ की बेटी याशी की चर्चा करते हुए कहा कि याशी ने अपने संकल्प से हिमालय की सबसे ऊंची चोटी पर फतह हासिल की । याशी नक्सलवाद की इस गलत धारणा को वह बदलना चाहती थी । इसी संकल्प ने ही आज याशी को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एम्बेसडर बना दिया है।
श्रीमती स्मृति इरानी ने बताया कि सरकार ने 9500 करोड़ का फण्ड, बेटियों की सुरक्षा के लिए आवंटित किया है । इस फण्ड के माध्यम से हर पुलिस थाने में एमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की स्थापना और 674 फास्टट्रैक कोर्ट की स्थापना की गयी जिसमें 90 हजार केसों का समाधान किया जा चुका है । इसके अलावा 980 रेलवे स्टेशनों में भी इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की स्थापना की जा चुकी है।
केन्द्र सरकार की योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि 01 लाख महिलाओं को इलेक्ट्रानिक डिजाइन की ट्रेनिंग तथा पीएम दिशा योजना के अंतर्गत 02 करोड, 80 लाख महिलाएं को डिजिटल साक्षर किया गया है । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 50 लाख महिलाओं को और शहरी क्षेत्रों में लगभग 95 लाख महिलाओं को घर का मालिकाना हक मिला है।
उन्होंने बताया कि कोरोना की महामारी से अनाथ हुए लगभग 4345 बच्चों को उनकी शिक्षा और पालन पोषण के लिए पीएम केयर्स फार चिल्ड्रन के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराई गई है । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि महिला उत्थान और बाल संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी होनी चाहिए। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन की निदेशक दिव्या उमेश मिश्रा ने अतिथियों को स्वागत किया ।
इस अवसर पर महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए इसके अलावा महिला एवं बाल विकास, भारत सरकार के सचिव इंदेवर पाण्डेय और अतिरिक्त सचिव अदिति दास द्वारा योजनाओं से संबंधित प्रजेंटेशन प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डा. मुंजपारा महेन्द्रभाई, महिला एवं बाल विकस मंत्री, छत्तीसगढ़ अनिला भेड़िया सहित ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रतिनिधि और अनेक जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
इसके पूर्व केन्द्रीय मंत्री पुरखौती मुक्तांगन, नवा रायपुर के पास उपरवारा बीएसयूपी कालोनी स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र का अवलोकन किया और बच्चों के साथ बातचीत की । केन्द्रीय मंत्री परिसर वृक्षारोपण भी किया ।