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जांजगीर चांपा

आबकारी अधिकारी की कार एक्सीडेंट में मौत

जैजैपुर

जैजैपुर में पले बढ़े डी एस पी से आबकारी अधिकारी बने विष्णु साहू की मौत बिलासपुर रायपुर नेशनल हाईवे पर हिर्री थानाक्षेत्र के भोजपुरी टोल प्लाजा के पास कार एक्सीडेंट में हो गयी । इस दूर्घटना में उनकी पत्नी भूमिका साहु गंभीर स्थिति में है । इस खबर से बिलासपुर और जांजगीर जिले सहित जैजैपुर में शोक का माहौल है आबकारी अधिकारी विष्णु साहू 2017 पीएससी से पहले डीएसपी बने उसके बाद 2018 में पीएससी से ही आबकारी अधिकारी बने । फरवरी में उनका विवाह हुआ था आबकारी अधिकारी विष्णु साहू की बड़ी बहन निधी साहू भी 2015 पीएससी से डिप्टी कलेक्टर के लिए चयनित हुई थी वर्तमान में वे रायपुर जिला कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ हैं । जैजैपुर के साधारण किसान परिवार के टोपीलाल साहू को ईश्वर ने संतानों के रुप में चमकते हुए नगीने दिये थे जिनकी चमक बचपन से ही उनकी संतानों में दिखाई देती थी । विष्णु साहू के पूर्व बड़ी बहन निधी साहू ने 2015 पीएससी में डिप्टी कलेक्टर बनकर अपने भाई बहनों के लिए राह बना दी थी । बहन के डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद विष्णु साहू ने कड़ा परिश्रम कर खुद के लिए पहले डीएसपी और दूसरी बार में आबकारी अधिकारी का पद सुरक्षित कर लिया था ।

जैजैपुर के लिए प्रेरणास्रोत था साहू परिवार

जैजैपुर में जब पहली बार निधी साहू का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ तो वहां के युवाओं में एक जोश की लहर थी और निधी साहू के चयन से गरीब परिवार के बच्चों को उम्मीद की किरण जगी कि हिम्मत , मेहनत और लगन से सब कुछ पाया जा सकता है । निधी से बड़ी बहन भी महिला बाल विकास विभाग में है तीसरे नंबर के विष्णु साहू के डीएसपी बनने से यह परिवार जैजैपुर में एक अद्वितीय उदाहरण के रुप में जाना जाता है लेकिन इसके साथ ही दूर्भाग्य भी साथ-साथ चल रहा था । बड़ी बहन निधी साहू के पति की मौत भी इसी तरह शादी के साल भर के भीतर कार दूर्घटना में हुई थी । छोटी बहन ने बीएड करने के दौरान घर के कुंए में कूदकर आत्महत्या कर ली थी और अब असमय ही विष्णु साहू का जाना सब को झकझोर गया है ।

जैजैपुर में अंतिम संस्कार चाहते थे जैजैपुर के उनके चाहने वाले

जैजैपुर का यह साहू परिवार लोगों के लिए एक अप्रतिम उदाहरण था । विष्णु साहू और उनके परिवार से लोगों का जुड़ाव था और विष्णु के बचपन के साथी और जैजैपुर के आत्मीय जनों की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार जैजैपुर में हो जिससे सभी इष्ट मित्र और परिजन उनकी अंतिम झलक देख सके लेकिन परिवार ने उनका अंतिम संस्कार रायपुर में करने का निश्चय किया है । परिवार के इस निर्णय से जैजैपुर के लोगों को बहुत ठेस पहुंची है । दोस्तों मित्रो , परिजनों और सहयोगियों ने फेसबुक , स्टेटस में उन्हें भारी मन से यह कहते हुए श्रद्धांजलि दे रहे हैं l

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