कच्चे घर में पैदा हुए, उसी में बीते जिंदगी के 75 साल… अब बना पक्का मकान, तो प्रधानमंत्री को दे रहे धन्यवाद

बालोद। ‘कच्चे मकान में पैदा हुए, वहीं पले-बढ़े और जीवन के काफी साल बीत जाने के बाद भी पक्का आवास बनाना एक सपना ही था, लेकिन इस सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) ने साकार कर दिया है…’
यह बातें छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम देवारभाट निवासी 75 वर्षीय बुजुर्ग रूपराम ने कही है। उन्होंने कहा कि अब बुढ़ापे के समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस गरीबों के कल्याण वाली प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसे पक्के मकान का सुख मिला है।
रूपराम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके मकान के निर्माण में तेजी से काम हुआ और अब उसका मकान पूरी तरह बनकर तैयार है।
रूपराम को मिल रहा डबल इंजन सरकार का लाभ
- पेशे से कृषक रूपराम कोठारी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की यह योजना गरीबों के लिए हितकारी है, जो कभी आवास बनाने का सिर्फ सपना ही देखते थे, आज उनका भी घर इस योजना के तहत् बन रहा है।
- यह योजना गरीबों को घर देने वाली योजना है, ऐसे प्रधानमंत्री को मैं हृदय से धन्यवाद और आर्शीवाद प्रदान करता हूं। रूपराम ने बताया कि वे गांव में रहकर खेती किसानी का कार्य करते हैं।
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शासन में उन्हें अपने धान का सही दाम मिला है तथा 2 साल के बकाया बोनस मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। इस राशि का उपयोग घर बनाने में किया है।
पत्नी और बहू को महतारी वंदन योजना का लाभ
रूपराम ने बताया कि उनके घर में उनकी पत्नी और बहू को महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह एक हजार रुपए भी मिलता है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के शासन में संचालित योजनाओं के लिए उत्साहपूर्वक धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।