गहरे पानी में फंसी स्कूली बस तो जान पर बन आई, मसीहा बने ग्रामीणों ने ऐसे बचाई 15 बच्चों की जान
बगरू। कस्बे में बारिश कहर बरपा रही है। चारों ओर पानी ही पानी भरा हुआ है। आम रास्ते व मुय सड़कें भी दरिया बन चुकी है। बुधवार सुबह करीब सात बजे कस्बे के लालकोठी बालाजी मंदिर के सामने से लोहरवाड़ा की ओर जाने वाली सड़क पर तीन फीट भरे बरसात के पानी से गुजर रही वारिस इंटरनेशनल स्कूल की बस चालक की लापरवाही से अचानक बंद हो गई। जिससे बस में सवार स्कूली बच्चों की जान पर बन आई। बस में सवार करीब 15 बच्चों में अफरा-तफरी मच गई।
बच्चे घबरा गए ओर चिल्लाने लगे। तभी स्कूल बस को पानी के बीच खड़ी देखकर पास ही स्थित मंदिर में मौजूद लोग दौड़कर पहुंचे और छोटे बच्चों को अपने कंधों पर बैठाकर तथा बड़े बच्चों को हाथ पकड़कर पानी से बाहर निकाला। इसके बाद बालाजी मंदिर में बैठाया। तब जाकर बच्चों ने राहत की सांस ली। सूचना पाकर मौके पर ही अभिभावक भी पहुंच गए।
गहरे पानी में बंद हुई स्कूल बस
प्रत्यक्षदर्शी अनूप छीपा व ओमप्रकाश खारोल ने बताया कि लोहरवाड़ा की ओर जाने वाली सड़क पर करीब तीन से चार फीट तक बरसात का पानी भरा हुआ था। इसके बावजूद स्कूल बस के चालक ने बच्चों की जान की परवाह किए बिना बस को पानी से लबालब सड़क पर उतार दिया। बस थोड़ी दूर जाकर बंद हो गई।
बड़ा हादसा होते-होते टला
गनीमत रही कि इस दौरान पानी का बहाव तेज नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। जबकि कस्बे में लगातार हादसे हो रहे हैं, लेकिन लोगों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस दौरान लोगों ने बताया कि ऐसी लापरवाही बरतना ठहक नहीं था। ग्रामीणों ने बस चालक व स्कूल संचालक पर लापरवाही बरतने पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।