जयपुर टैंकर ब्लास्ट का सबसे बड़ा चौंकाने वाला सच, 13 लोगों की मौत का कारण बने टैंकर के ड्राइवर से जुड़ा ताजा अपडेट
जयपुर
जयपुर में गत 20 दिसंबर को हुए भीषण एलपीजी टैंकर ब्लास्ट मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। जिस एलपीजी टैंकर में भयंकर ब्लास्ट हुआ था, उसका ड्राइवर जिंदा निकला है। यह सुनकर आप भी हैरान हो गए होंगे, लेकिन यह सच है। टैंकर की भिड़ंत के बाद एक-एक कर दर्जनों गाड़ियां आग का गोला बन गई थी। अब तक इस हादसे ने 13 लोगों की जान ली है। 31 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती है। लेकिन जिस टैंकर में ब्लास्ट हुआ, उसका ड्राइवर हादसे के वक्त वहां से जिंदा निकल भागा। उसने टैंकर मलिक को फोन पर इसकी सूचना दी थी। टैंकर ड्राइवर का राम जयवीर है। वह मथुरा का रहने वाला है।
ड्राइवर ने हादसे के बाद भाग कर बचाई जान
जयपुर में हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट प्रकरण ने पूरे प्रदेश को थर्रा दिया था। इस मामले में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें चैंकाने वाली बात यह है कि जिस टैंकर में ब्लास्ट हुआ है, उसका ड्राइवर जयवीर घटना में सकुशल बच गया। उसने भाग कर अपनी जान बचाई। इस दौरान जयवीर को पता था कि जब भी गैस का रिसाव हो, तब गैस लीक होने पर उल्टी दिशा में बचकर भागना चाहिए। उसने इसी जानकारी का फायदा उठाते भी ठीक उसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। बाद में उसने टैंकर मलिक को फोन कर हादसे की सूचना दी।
जयपुर पुलिस ड्राइवर से करेगी पूछताछ
जयपुर पुलिस को ड्राइवर जयवीर के सकुशल होने की सूचना मिली, तो पुलिस ने उससे संपर्क कर पूछताछ के लिए जयपुर बुलाया है। इस दौरान ड्राइवर के जयपुर आने पर ही घटना की अन्य जानकारियां मिल सकेगी। ड्राइवर के बचने को लेकर भांकरोटा के थाना प्रभारी मनीष कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है। घटना के बाद से ही टैंकर ड्राइवर जयवीर अपने गांव चला गया। फिलहाल पुलिस टैंकर ड्राइवर जयवीर का इंतजार कर रही है, ताकि घटना को लेकर और विस्तृत जानकारी मिल सके।
हादसे में 31 लोग अभी भी एडमिट
राजधानी जयपुर के अजमेर रोड पर 20 दिसंबर को सुबह 5ः45 बजे एलपीजी टैंकर से एक ट्रक की भिड़ंत हुई। इसके बाद जो मौत का तांडव हुआ, उसने सबका दिल दहला दिया। इस घटना में चार लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके अलावा 8 लोगों ने एसएमएस हॉस्पिटल में उपचार के दौरान दम तोड़ा। वहीं एक व्यक्ति की जयपुरिया हॉस्पिटल में मौत हुई थी। हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हुई है जबकि 31 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती है।