रायगढ़

मित्तल दम्पति हत्याकांड में पुलिस ने तीन नाबालिगों को पकड़ा, परिजनों को पुलिस की कहानी पर भरोसा नहीं

घर में घुसा था नाबालिग नशेड़ियों का गैंग, आवाज से नींद खुली तो मित्तल दंपती के चेहरे पर तकिया रख घुटनों से दबाकर मार डाला: पुलिस 

रायगढ़

जिले के लैलूंगा कस्बे में कांग्रेस नेता मदन मित्तल (55) और पत्नी अंजू देवी मित्तल (54) की हत्या के मामले में पुलिस ने 3 नाबालिगों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी आरोपी नशे के आदी बताए जा रहे हैं। वारदात की रात ये चोरी करने की नीयत से कांग्रेस नेता के घर में घुसे थे। इस दौरान दंपती की नींद खुल गई तो आरोपियों ने उनके मुंह को तकिया से दबाकर मार डाला। पुलिस को 2 अन्य फरार साथियों की तलाश है। लैलूंगा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बड़े व्यापारी मदन मित्तल और उनकी पत्नी का शव 3 दिन पहले कमरे में बिस्तर पर मिला था। दोनों के मुंह पर तकिया रखकर हत्या की गई थी। अगले दिन जब उनका बेटा रोहित और बहू ऋचा सोकर उठे तो हत्या का पता चला। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पीछे के दरवाजे के ऊपर लगी खिड़की को तोड़कर अंदर घुसे थे। कमरे में लूट के कोई निशान नहीं मिले थे।

हत्या की ये वारदात 22 सितंबर को हुई थी, लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। इस बीच पुलिस ने कांग्रेस नेता के घर और आसपास लगे CCTV फुटेज की जांच की। इस दौरान पता चला कि कांग्रेस नेता के घर के पीछे एक चखना सेंटर में उसी रात चोरी हुई थी। पुलिस ने वहां फोकस किया तो फुटेज में 5-6 लड़के चखना सेंटर से निकलते दिखाई दिए। उन पर संदेह हुआ तो पुलिस ने जांच बढ़ाई और बस्ती से चोरी के मामले में एक नाबालिग को हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए एक आरोपी ने बताया कि वारदात की रात वह चोरी की नीयत से अपने 4 अन्य साथियों के साथ पहुंचा था। सभी ने मिलकर पहले चखना सेंटर से कुछ चिप्स और रुपए चोरी किए। फिर कांग्रेस नेता के घर पहुंचे। वह बाहर पहरा दे रहा था, बाकी लोग अंदर घुसे। उसे नहीं पता कि अंदर क्या हुआ। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने झगरपुर बस्ती से दो लकड़ों को और पकड़ लिया। पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि आवाज सुनकर कांग्रेस नेता और उनकी पत्नी सोकर उठ गए। इसके चलते वे हड़बड़ा गए और तकिया से मुंह दबाकर दोनों की हत्या कर दी। इसके बाद कबर्ड में रखे सोने-चांदी के कुछ जेवर और रुपए साथ लेकर भाग गए। आरोपियों के मुताबिक वहां काफी मात्रा में जेवर थे। हत्या के बाद कुछ नहीं सूझा, इसलिए थोड़ा सामान चोरी किया।

 परिजनों के सवाल

पुलिस ने जैसे ही हत्या की वारदात का खुलासा करने का दावा किया वैसे ही कांग्रेस नेता के परिवार ने पुलिस की थ्योरी पर पर अविश्वास जता दिया। उनका कहना है कि हत्या के बाद लोगों के आक्रोश को दबाने के लिए नाबालिगों को पुलिस पेश कर रही है। परिजनों का मानना है कि नाबालिगों की शारीरिक स्थिति ही ऐसी नहीं कि वह तकिए से दबाकर हत्या कर सकें। परिजनों ने कहा कि जब लूट कर ले गए सोने का सेट, पैसा, जिसमें भरकर ले गए वह थैला और हिसाब की डायरी मिलेगी, तभी विश्वास होगा।

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