जांजगीर चांपा

जांजगीर: शांति जीडी पावर एंड इस्पात प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ….जिला पंचायत सदस्य का तीखा तेवर

राज्यपाल सहित जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

जांजगीर-चांपा
जांजगीर चांपा जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने शांति जी डी पावर एंड इस्पात के मनमानी के खिलाफ तीखा तेवर अपनाते हुए राज्यपाल को चि_ी और कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा है।

जिला पंचायत सदस्य ने पत्रवार्ता में कहा कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य साहेब लाल साहू द्वारा जिला कलेक्टर और एसडीएम चांपा को लिखित में शांति जीडी पावर प्लांट के निकले अनुपयोगी राखड़ को कुरदा ग्राम के गौठान में डालने के संबंध में शिकायत पत्र दिया गया फिर भी जिले के जवाबदार अधिकारी द्वारा किसी प्रकार का जांच नहीं किया गया और ना ही कोई कार्यवाई की गई, जबकि पूर्व जिला पंचायत सदस्य साहेब लाल साहू कांग्रेस के सक्रियकार्य करता है और उनकी शिकायत पर किसी प्रकार की कार्यवाई नहीं होना समझ से परे हैं, तब कहीं पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने वर्तमान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर को जनसंपर्क के दौरान लिखित में शांति जीडी पावर प्लांट से निकलने वाले अनुपयोगी राखड़ को ग्राम कुरदा के गौठान में डाला गया है उनके संबंध में शिकायत पत्र दिया।


पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने पत्रवार्ता के माध्यम से बताया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी और चारागाह गौठान बनाना है और इस योजना के लिए चिन्हाकित भूमि पर पावर प्लांट द्वारा अनुपयोगी राखड़ को डालना इस योजना में पानी फेरने के समान हैं, और ग्रामीणों ने बताया कि गौठान निर्माण के लिए 3300000 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं जिसमें पूर्व सरपंच द्वारा कुछ कार्य कराया गया था और उसी स्थान में मनरेगा के तहत वर्तमान सरपंच द्वारा तालाब बना दिया गया है तथा वहीं पर दूसरे स्थान में नया गौठान बनाया जा रहा था जिसमें शांति जीडी पावर प्लांट से निकले अनुपयोगी राखड़ को पाटा गया है। जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने बताया कि जो राखड़ शांति जीडी पावर प्लांट द्वारा लाया जा रहा है वह मुख्यमंत्री सड़क योजना से निर्माण किया गया सड़क है जिसकी अधिकतम क्षमता 12 टन होती है जिसके कारण भारी वाहन के आने जाने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गया है और उक्त राखंड उड़ कर तालाबों मे जा रहा है जिससे तालाब के पानी में राखड़ का परत जम रहा है और आसपास के सार्वजनिक वातावरण एवं मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।


जिले के जीवनदायिनी हसदेव नदी में राखड़ बह कर जा रहा है जिससे हसदेव नदी का जल प्रदूषित हो रहा है जो वायु प्रदूषण के साथ-साथ भूजल को भी प्रदूषित कर रहा है श्रीमती राठौर ने बताया कि फ्लाई ऐश राखड़ में मौजूद भारी तत्व रहते हैं जैसे मरकरी शीशा फ्लोराइड मानव शरीर में पेयजल के माध्यम से मानव शरीर में पहुंचकर कैंसर फ्लारोसीस एवं विभिन्न मानसिक रोग के शिकार जनता हो रहे हैं उमा राजेन्द्र राठौर ने राज्यपाल कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया कि जिले के जनता के उत्तम स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वहां से राखड़ को हटवाने एवं गौठान चारागाह में मनमानी पूर्वक राखड़ डालने तथा जीवनदायिनी हसदो नदी में बहाने वाले प्लाट प्रबंधक के मालिक वह पर्यावरण अधिकारी के ऊपर कानूनी कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।

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