शिक्षक का तबादला रुकवाने फूट-फूट कर रोने लगीं छात्राएं, देख अफसर भी रह गए हैरान, जाने पूरा मामला…
बिलासपुर
शिक्षक के प्रति बच्चों का अनोखा लगाव देखने को मिला बिलासपुर शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल सीपत की छात्राएं बुधवार को बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंची थीं। वे अपने शिक्षक का स्थानांतरण रुकवाने आई थी। अफसरों से बात करते करते छात्राएं फूट-फूट कर रोने लगी थीं। यह देख अफसर भी हैरान रह गए। समझाने के बाद लड़कियां चुप हुईं और अपने घरों की ओर लौट गईं।
जिले में एक शिक्षक के प्रति बच्चों का अनोखा लगाव देखने को मिला। शासकीय कन्या उधातर माध्यमिक विद्यालय सीपत की सैकड़ों छात्राएं अपने शिक्षक का तबादला रुकवाने की गुहार लेकर कलेक्टर दफ्तर पहुंची। बच्चियों का कहना था कि उनके शिक्षक अजय कुमार ताम्रकार बहुत अच्छा पढ़ाते हैं, लेकिन उनका तबादला कहीं और कर दिया गया है, जिसकी वजह से उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है।
छात्राओं ने बताया कि शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय सीपत विकासखंड मस्तूरी में पदस्थ सहायक शिक्षक अजय कुमार ताम्रकार का तबादला चपोरा विकासखंड कोटा के स्कूल में कर दिया गया है । तबादले से नाराज छात्राएं क्लेक्टर के नाम ज्ञापन लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। कलेक्टोरेट व जिला शिक्षा अधिकारी से गुहार लगाई। लेकिन डीआईओ डीके कौशिक ने बच्चों की बात सुनी तो मगर उल्टे बच्चों पर ही आरोप लगाते हुए सहायक शिक्षक अजय कुमार ताम्रकार के कहने से कलेक्टर से मिलने पहुंचने का आरोप लगाते नजर आए। जबकि छात्राओं का कहना है कि वह किसी के कहने पर नहीं आई हैं। यह कहते हुए फूट-फूट कर रोने लगी।
छात्राओं बताया कि खुद ही अपने माता पिता से अनुमति लेकर कलेक्टर और जिला शिक्षाधिकारी से शिक्षक का तबादला रुकवाने की गुहार लगाने आई है। शिक्षक के ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। डीईओ डीके कौशिक का कहना है कि वहां नौ व्याख्याता और तीन विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक शिक्षक हैं। जो की पर्याप्त है। अब इनमें से एक शिक्षक का स्थानांतरण होता है तो ये सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है।