जांजगीर चांपा

हसदेव नदी में बने कुदरी बैराज में नहाने के दौरान कक्षा 6वी में पढ़ने वाले 12 साल के मासूम बच्चे की पानी में डूबने से हुई मौत, देखते रह गए माता पिता

जांजगीर चांपा

जिले के चांपा थाना क्षेत्र के कुदरी गांव में हसदेव नदी में बने बैराज में परिवार के साथ नहाने गए 12 साल के मासूम ऋतुराज देवांगन की गहरे पानी में चला गया।जिसे 30 मिनट तक खोजने के बाद मौके पर नहा रहे युवकों ने बाहर निकाला,उपचार के लिए बीडीएम अस्पताल लाया गया जहा डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया। घटन के बाद परिजन का रो रोकर बुरा हाल है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

चांपा थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल प्रकाश राठौर से मिली जानकारी अनुसार, संजय नगर चांपा के रहने वाले अनिल देवांगन और माता, छोटी बहन के साथ मृतक ऋतुराज देवांगन सुबह 7 बजे नहाने के लिए कुदरी गांव के हसदेव नदी में बने बैराज के पास नहाने गया हुआ था। अनिल देवांगन कोसे से कपड़े बनाने का काम करता है। वह अपने परिवार को लेकर नहाने गए थे। इस दौरान 12 साल का ऋतुराज देवांगन एक ट्यूब में बैठकर नहा रहा था। वही पास में ही माता पिता और छोटी बच्ची भी नहा रहे थे। तभी ऋतुराज का ट्यूब नहाने के दौरान पलट गया और वह हसदेव नदी के पानी में डूब गया। बेटे को डूबता देख पिता अनिल देवांगन बचाने को गया मगर देर हो चुकी थी वह गहरे पानी के अंदर चला गया। पिता अनिल देवांगन ने खोजने का प्रयास किया मगर नही मिला। वही पास में नहा रहे युवक को बुलाकर दोनो ने खोजा जिसके बाद 30 मिनट बाद ऋतुराज देवांगन मिला। जिसे उपचार के लिए परिजन बीडीएम अस्पताल चांपा लाया गया,जहा डॉक्टर ने परीक्षण उपरांत मासूम बच्चे ऋतुराज देवांगन को मृत घोषित किया। जिसके बाद रो रोकर परिजनों का बुरा हाल है।

मृतक ऋतुराज देवांगन के पिता अनिल देवांगन ने बताया की एक बेटा और एक छोटी बेटी है जिसमे बेटा ऋतुराज बड़ा था वह पढ़ाए लिखाई में तेज थाअभी उसने 6 वी की कक्षा पास की थी वह 7 वी कक्षा में पड़ने जाने वाला था। वही उसकी 6 साल की छोटी बच्ची है। ऋतुराज की मां का रो रोकर बुरा हाल है।

बैराज के पास नही है कोई दुर्घटना वही सांकेतिक चिन्ह,अधिकारियों की है लापरवाही…

जल संसाधन विभाग जांजगीर के द्वारा बैराज के पास किसी भी तरह का दुर्घटना वाली संकेतित चिन्ह भी नही लगा गया है। इसमें अधिकारियों का भी लापरवाही सामने आई है। यदि सांकेतिक चिन्ह लगा होता तो मासूम बच्चे की जान बच जाती। सांकेतिक चिन्ह नही होने के कारण यह घटना हुई।

बैराज के पास नहाने के लिए लोगो की उमड़ती है भीड़..

इन दिनों गर्मी का मौसम है जहा लोग पिकनिक की तरह नहाने के लिए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे है। नहाने आए हुए लोग किसी तरह की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का ध्यान नहीं रहता है जिसे पानी में डूबने से मौत हो रही है।

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