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छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

जांजगीर-चांपा एसपी विवेक शुक्ला की कही बात कहीं विभागीय जुमला न बन जाए…!

शादी में आयी महिला को बाइक सवारों ने मारी टक्कर, मौत
मुलमुला थाना को डायरी का इंतजार, जिला पुलिस बल की है बाइक
एस पी श्री शुक्ला ने कहा था रिस्पांस टाइम को कम करने की जरूरत है

जांजगीर-चांपा
शादी में शामिल होने आयी महिला को दो शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले लापरवाह बाइक सवारों की लापरवाही की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। बिलासपुर के निजी अस्पताल में हुई मौत के कारण सिविल लाइन बिलासपुर में मामला दर्ज हुआ अब बाइक सवारों के खिलाफ कार्रवाई करने मुलमुला पुलिस सिविल लाइन से डायरी आने का इंतजार कर रही है। मिली जानकारी अनुसार अकलतरा के मौहाडीह साजापाली में रहने वाली कुमारी निर्मलकर पति महेत्तर निर्मलकर उम्र 50 वर्ष अपनी रिश्ते की नातिन की शादी में शामिल होने मुलमुला थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव झलमला आयी हुई थी। बारात के एक दिन पहले कुमारी निर्मलकर कुछ महिलाओं के साथ दिशा मैदान के लिए गयी हुई थी। जब वे महिलाएं खेत की तरफ जा रही थी तभी पीछे से दो लोग एक बाइक जिसका नंबर CG-10 Y 8892 है, आयी और कुमारी निर्मलकर को ठोकर मारी, बाइक की ठोकर से कुमारी निर्मलकर गिर पड़ी जब बाइक सवारों ने देखा कि महिला गंभीर रूप से घायल हैं तो दोनों बाइक सवारों ने गाड़ी वहीं छोड़ाकर खेत की ओर भाग निकले। इधर बाइक सवार भयभीत होकर गाड़ी छोड़कर भागे तब बाइक फिर से कुमारी निर्मलकर जो घायल पड़ी हुई थी उसके उपर गिरा जिससे कुमारी निर्मलकर बेहोश हो गई। इधर हक्की-बक्की खड़ी परिवार की महिलाओं ने किसी तरह परिजनों को खबर की और परिजनों ने गाड़ी मंगाकर घायल महिला को बिलासपुर के निजी अस्पताल केयर एंड केयर लेकर गये। वहां डाक्टर ने घायल महिला को मृत घोषित कर दिया और हास्पीटल प्रबंधन ने इस मामले की खबर सिविल लाइन थाने को दी और मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज कर लिया गया है और कुमारी निर्मलकर के मृत शरीर के शव विच्छेदन (पोस्टमार्टम) के लिए जिला अस्पताल भेज दिया जहां कुमारी निर्मलकर का शव विच्छेदन किया गया। परिजनों ने बताया कि वे दोनों बाइक सवारों ने बहुत शराब पी रखी थी और बाइक में जिला पुलिस का मोनो लगा हुआ है जिससे पता चलता है कि गाड़ी या तो किसी जिला पुलिस बल के जवान की है या जवान द्वारा बाइक किसी परिचित को चलाने दी गई थी। परिजनों ने बाइक सवारो द्वारा छोड़कर भागे बाइक को मुलमुला थाना में जमा करा दिया है। इधर मुलमुला पुलिस का कहना है कि बाइक नंबर के आधार पर यह बाइक बिल्हा के किसी गांव तरफ की लग रही है। परिजनों द्वारा इस बात पर आक्रोश जताया जा रहा है कि अब तक मुलमुला पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया है न ही बाइक सवारों पर कोई कार्यवाही की है। मुलमुला पुलिस ने इस विषय में बताया कि सिविल लाइन थाना द्वारा जब तक केस की डायरी नहीं भेजी जायेगी तब तक एफआईआर दर्ज नहीं किया जा सकता है और बताया यह भी जा रहा है कि ऐसे मामलों में दो से पांच महीने तक केस डायरी नहीं आती है और अपराधी खुले आम घूमते हैं और परिजनों को धमकी या गिड़गिड़ाते हुए मामला वापस लेने बोलते हैं और सबूत भी लंबे समय बाद नष्ट कर दिया जाता है.
इस तरह के मामलों में जैसा कि नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक जांजगीर विवेक शुक्ला ने कहा पुलिस रिस्पांस टाइम को कम से कम करने की जरूरत है जिससे पीडि़त पक्ष के साथ न्याय हो सके तो क्या ऐसा नहीं हो सकता है कि केस डायरी मुलमुला पुलिस खुद मंगा ले या शून्य में अपराध कायम कर बाइक सवारों की खोज करें या एस पी विवेक शुक्ला द्वारा दिया बयान पुलिस विभाग की केवल जुमले बाजी है।

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