बांग्लादेश की यात्रा न करें भारतीय नागरिक, हिंसा के बाद भारत ने जारी की सख्त एडवाइजरी
नई दिल्ली
भारत ने रविवार रात बांग्लादेश में रह रहे अपने सभी नागरिकों को पड़ोसी देश में हिंसा की ताजा घटनाओं के मद्देनजर अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी आवाजाही सीमित रखने की सलाह दी. भारत ने नया परामर्श जारी कर अपने नागरिकों से अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने के लिये कहा है.ढाका से प्राप्त खबरों के अनुसार, बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार को सुरक्षा बलों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण हिंसक झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 100 लोग मारे गए.
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग
प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा कि वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है. परामर्श के मुताबिक, बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही सीमित रखने और ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के हमेशा संपर्क में रहने की हिदायत दी है.
अब तक 100 लोगों की मौत
बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 100 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. इसके चलते अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और अनिश्चितकाल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है.
सरकारी नौकरियों में आरक्षण पर बवाल
सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हुए बवाल को लेकर सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी रविवार को स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर तले आयोजित असहयोग कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे. अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई. असहयोग आंदोलन को लेकर देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में कम से कम 100 लोगों की जान चली गई.