उम्र के आखिरी पड़ाव पर 90 साल के बुजुर्ग ने 75 साल की महिला से किया निकाह
रामपुर
उम्र के आखिरी पड़ाव पर जिंदगी गुजार रहे 90 साल के बुजुर्ग ने 75 वर्षीय महिला से ब्याह रचा कर. बुजुर्ग दूल्हा शफी अहमद को उनके निकाह की चर्चा इस क्षेत्र में है यूपी के जनपद रामपुर के भोट थाना क्षेत्र ग्राम नरखेड़ी निवासी 90 वर्षीय बुजुर्ग शफी अहमद पांच बेटियों के पिता हैं. उनकी पत्नी का कई साल पहले देहांत हो चुका है. वह गांव में ही परचून की दुकान चलाकर उम्र के आखिरी पड़ाव पर अपना वक्त काट रहे हैं. शादीशुदा पांचों बेटियों से अपने बुजुर्ग पिता की तन्हाई ना देखी गई और सभी ने मिलकर यह फैसला किया कि पिता का घर फिर से क्यों ना बसाया जाए. फिर बुजुर्ग की जिंदगी में एक बार फिर खुशियों ने दस्तक दी और उनका निकाह सबकी सहमति से एक 75 साल की महिला के साथ करा दिया गया. निकाह के बाद जहां दोनों दंपत्ति खुश हैं तो वही पूरा परिवार भी खुश है.
दूल्हे शफी अहमद ने बताया कि ये शादी हिफाजत के लिए की है. बेटियां पांच हैं, सब की शादी कर दी है. सब अपने-अपने घर पर हैं, बेटियां और उनके बेटे, सब खुश हैं. अब उन्हें क्या पता चल रहा है कि यहां क्या हो रहा है. हर बातों को देखने के बाद और अपने जीवन की परेशानी की वजह से शादी की है. दुल्हन अच्छी है. सरकार से ये चाहते हैं कि थोड़ी बहुत सहायता हो जाये तो और ही बेहतर है. 75 साल की दुल्हन आयशा ने कहा कि शादी की वजह ये थी कि मेरा इस उम्र में कोई मदद करने वाला न था. खाने-पीने और घूमने की परेशानी थी तो इसकी वजह से शादी कर ली. घर भी टूटा-फूटा है. नवासी भी है और बेटी भी है. सब खुश हैं और मैं भी खुश हूं. सही है, जैसा भी है अपनी जिंदगी काटनी है और क्या करना है. कॉलोनी में सही घर मिल जाए तो और भी अच्छा हो जाएगा.
दूल्हे की बेटी शकीला ने कहा हम भी परेशान हो रहे थे, घरों से आना-जाना भी नहीं हो पा रहा था. हमने बाप का निकाह करा दिया. पांचों बहनों ने एक साथ फैसला लिया और बाप को एकदम बुलाकर निकाह करा दिया. हमने कहा कि ये काम तो करना ही है, परेशानी तो आपको हो रही है, हम तो घर में रह रहे हैं. पांचों दामाद भी मान गए. शादी में जो सब कुछ होता है, वह सब हुआ. दुल्हन के लिए सारी चीज लेकर आए. ज़ेवर भी बनाया और कपड़े भी बनाए और जश्न भी मनाया. गांव के प्रधान गुड्डू हसन ने कहा कि इन्होंने निकाह कर लिया जो गांव में चर्चा का विषय है, बहुत अच्छा काम किया है. गांव में बड़ी खुशियां हैं, माहौल अच्छा है. इनको देख कर एक जज्बा पैदा हुआ. बहुत बढ़िया फैसला लिया. पूरा गांव खुश है. बाहर से भी लोग आ रहे हैं इन्हें देखने के लिए कि इन्होंने निकाह किया है.