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बारिश के लिए मासूम बच्चियों को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया

मध्य प्रदेश

दमोह से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो कुप्रथा की बानगी तो है ही, साथ ही अमानवीयता को भी दर्शाती हैं. यहां छोटी-छोटी बच्चियों को नग्न कर उन्हें मूसल देकर पूरे गांव में घुमाया गया और ये करने वाला कोई और नहीं बल्कि उनके ही परिवार की महिलाएं, मां और आस-पड़ोस के लोग हैं. दरअसल, पूरा मामला कुछ इस तरह से है क‍ि जिले के जबेरा ब्लाक के अमदर पंचायत के बनिया गांव में बारिश न होने की वजह से लोग परेशान है. सूखे को देखते हुए पुरानी मान्यता के मुताबिक, गांव की छोटी-छोटी बच्चियों को पूर्ण नग्न कर उनके कंधों पर मूसल रखा जाता है और इस मूसल में मेंढक को बांधा जाता है. बच्चियां पूरे गांव में घूमती हैं और पीछे-पीछे महिलाएं भजन कीर्तन करती जाती हैं. रास्ते में पड़ने वाले घरों से ये महिलाएं आटा-दाल मांगती हैं और जो राशन जमा होता है उस राशन से गांव के मंदिर में भंडारा होता है. मान्यता है कि ऐसा करने से बारिश होती है. इसी कुप्रथा को एक बार फिर अंजाम दिया गया और बनिया गांव में प्रथा के नाम पर मासूम बच्चियों के साथ ये सलूक भी किया गया. इस पूरे मामले पर जिले के पुलिस अधीक्षक डीआर तेनिवार का कहना है कि ये एक परंपरा है जो अंधविश्वास भी कही जा सकती है जिसमें सहमति से बच्चों से ये सब कराया जाता है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. यदि किसी बच्चे को जबरन ऐसा करने के लिए बाध्य किया गया है तो पुलिस कार्यवाही करेगी.

NCPCR ने दमोह कलेक्टर को भेजा नोटिस

 NCPCR ने दमोह कलेक्टर को नोटिस भेज इस मामले में 10 दिन के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. NCPCR ने 2005 की धारा 13(1)(j) के अंतर्गत खुद ही इस मामले में संज्ञान लिया है. NCPCR के द्वारा जारी नोटिस में कलेक्टर से नग्न बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज की मांग की गई है.

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