छत्तीसगढ़

युवक ने पैसों की लेन-देन को लेकर पूर्व गोपनीय सैनिक की करवा दी हत्या, 2 आरोपी गिरफ्तार

दंतेवाड़ा

एक युवक ने पैसों की लेन-देन को लेकर पूर्व गोपनीय सैनिक की हत्या करवा दी है। पूरी प्लानिंग के तहत भाड़े की पिकअप से गोपनीय सैनिक को कुचल कर मार दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे अपने एक दोस्त के घर जाकर सो गए।

काफी देर तक घर नहीं लौटा तो उसे शक हुआ। वह उसे ढूंढने निकली।
हत्या इस तरह की गई थी कि लगे सड़क दुर्घटना में मौत हुई है। हालांकि, मृतक की पत्नी ने इसे हत्या बताया था। पुलिस ने मामले की जांच की और लगभग 1 महीने के अंदर पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला गीदम थाना क्षेत्र का है। कारली में मेन रोड पर उसकी लाश मिली। इस पूरे मामले में उसने अपने पति की हत्या होने का दावा किया था। गीदम पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। संदेह के आधार पर कमलू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी।

दरअसल, 22 अगस्त की रात करीब 10:30 बजे गीदम-दंतेवाडा मुख्यमार्ग में कारली के पेट्रोल पंप के सामने पूर्व गोपनीय सैनिक सुंदर को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। प्रारंभिक तौर पर इसे हादसा बताया जा रहा था। लेकिन, मृतक की पत्नी मंजू कोर्राम ने इसे घटना नहीं हत्या बताया और जांच की मांग की थी। जिसके बाद SP सिद्धार्थ तिवारी ने मामले की जांच करने आदेश दिए। फिर, गीदम पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। सुंदर की पत्नी ने पुलिस को बताया था कि, मौत से पहले सुंदर ने उससे कहा था कि कमलू नाम का व्यक्ति उसे पैसे लेने बुला रहा है। ऐसा कहकर वह घर से निकला था।

पुलिस की पूछताछ में सारा राज कमलू ने उगल दिया। SDOP आशारानी और गीदम TI सलीम खाखा ने बताया कि, आरोपी को सुंदर को पैसे देने थे। नहीं देने की नीयत से उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

मैं (कमलू) और सुंदर साथ मिलकर बैल-भैंस खरीदी-बिक्री का काम करते थे। पैसे के लेन-देन का हिसाब मेरे पास होता था। मैंने पैसे रख लिए। सुंदर को मुझसे 1 लाख 60 हजार रुपए लेना था। मैंने नहीं दिया। मुझे वो बार-बार परेशान कर रहा था। मैंने अपने रिश्तेदार दुर्गेश कडियम के साथ मिलकर सुंदर को मारने की योजना बनाई। दोनों ने मिलकर किराए की एक वाहन ली। 22 अगस्त को दुर्गेश अपने दोस्त रोहित कश्यप से 1000 रुपए में पिकअप वाहन यह कहकर लिया कि उसे गीदम प्लाई लेने जाना है। दोस्त रोहित को केंद्रीय विद्यालय तिराहा बुलाया। फिर दुर्गेश ने दोस्त से कहा कि, उसे दारू, चाखना लेना है। गाड़ी की चाबी दो और ये ले आओ।

रोहित को दुकान भेज दिया। दुर्गेश ने मुझे फोन किया। कहा कि मैं, सुंदर को कारली पेट्रोल पंप के पास बुला रहा। मैं उसे फोन में बातचीत में उलझाकर रख रहा तुम गाड़ी लेकर आना उसे कुचलकर मार डालना। रोहित जब पहुंचा तब दुर्गेश और मैंने शराब पी। मैं और रोहित बाइक से दूसरी ओर निकल गए। दुर्गेश को मैंने पिकअप दी। मैंने सुंदर को कॉल कर बुलाया। सुंदर को बातचीत में उलझाकर रखा, दुर्गेश ने गाड़ी से कुचलकर उसे मार दिया। उसे मारने की सूचना मुझे फोन पर दी। मैंने पिकअप लेकर दुर्गेश को पुरनतराई चौक बुलाया। रोहित को गाड़ी के पैसे दिए। फिर मैं और दुर्गेश दोस्त के घर जाकर सो गए।

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